नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दौरान जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की और कहा कि इस पर चुनाव आयोग के हस्तक्षेप की मांग की।
विपक्षी दलों ने मुलाकात के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी समेत जांच एजेंसियों के दुरुपयोग से जुड़े मामले चुनाव आयोग के समक्ष उठाए। प्रतिनिधिमंडल ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर चुनाव आयोग से हस्तक्षेप करने और जांच एजेंसियों पर नियंत्रण रखने की मांग की।
मुलाकात के बाद कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी की विस्तृत चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के सामने इस बात को रखा है कि यह किसी व्यक्ति या किसी पार्टी के बारे में नहीं है बल्कि यह संविधान की मूल भावना से संबंधित है।
सिंघवी ने कहा कि जब चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर की जरूरत है, ऐसे समय में एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो इसका असर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और लोकतंत्र पर पड़ेगा।
सिंघवी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को उनके उत्तरदायित्व की याद दिलाई है। उन्होंने कहा कि हैरत की बात है कि इन एजेंसियों की कार्रवाई सत्ता पक्ष पर नहीं होती है। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की है कि अगर चुनाव आयोग डीजीपी, सचिव को बदल सकता है तो वह जांच एजेंसियों पर भी नियंत्रण रखे।
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