खैबर पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बन्नू जिले के माली खेल इलाके में एक जांच चौकी को निशाना बनाकर किए गए हमले में 12 सैनिकों की मौत हो गई और छह आतंकवादी मारे गए।
डॉन अखबार ने सेना की मीडिया मामलों की शाखा के हवाले से बुधवार को यह जानकारी दी। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब विशेष रूप से बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों, अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों की संख्या में तेजी देखी गई है। अशांत बन्नू जिले में हाल ही में आतंकवादी हिंसा में वृद्धि देखी गई है, जिसमें पुलिसकर्मियों का अपहरण, छात्राओं के स्कूल पर हमला और गोलीबारी शामिल है जिसमें तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मंगलवार को खवारिज ने बन्नू जिले के मालीखेल क्षेत्र में एक संयुक्त जांच चौकी पर हमला करने का प्रयास किया।
आईएसपीआर ने कहा कि हमले को विफल कर दिया गया, लेकिन एक आत्मघाती विस्फोट के कारण जांच चौकी की दीवार और आसपास का बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया, जिसके कारण 10 सैनिक और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के दो जवान मारे गए। उन्हाेंने बताया कि इसके बाद हुई गोलीबारी में छह आतंकवादियाें को ढेर कर दिया गया।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 12 जवानों की शहादत पर दुख व्यक्त किया है। जरदारी और शरीफ ने अपने-अपने बयान में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जवानों ने अपनी जान की परवाह किये बिना छह आतंकवादियों को मार गिराया।
जरदारी ने कहा कि पूरा देश अपने वतन की हिफाजत के लिए जान देने वाले सैनिकों को सलाम करता है। उन्होंने देश से आतंकवाद को मिटाने के राष्ट्र के संकल्प को दोहराया। इस बीच, शरीफ ने कहा कि देश के सैनिकों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा। लोगों की जान और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले फितना अल ख़वारिज को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।