CRPF जवान की पाकिस्तानी पत्नी को निर्वासन के लिए अटारी भेजा

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद से भारत की ओर से पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा निलंबित करने के आदेश के बाद यहां केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान से विवाह करने वाली पाकिस्तानी महिला मनील खान को मंगलवार को उसके पैतृक गांव भेजने के लिए अटारी भेजा गया।

आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के बाद, पाकिस्तान के पंजाब की निवासी मीनल अहमद खान को निर्वासन के लिए अटारी स्थानांतरित कर दिया गया। मीनल का पिछले साल मई जम्मू के एक स्थानीय व्यक्ति (सीआरपीएफ जवान) से निकाह हुआ था।

उन्होंने कहा कि मीनल 15 दिनों के वीजा पर भारत आई जहां उसने आधिकारिक तौर पर सीआरपीएफ जवान से निकाह कर लिया। मीनल का वीजा इस साल मार्च में समाप्त हो गया था और उसने इसे आगे बढ़ाने के लिए आवेदन किया था जो केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास लंबित था।

मीनल ने हालांकि निर्वासित होने से पहले मीडिया से बात करते हुए पहलगाम की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उसने कहा कि पहलगाम की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए, लेकिन दोनों देशों के निर्दोष नागरिकों को जिनकी कोई गलती नहीं है, क्यों परेशान किया जा रहा है।

मीनल ने कहा कि हमें अलग क्यों किया जा रहा है? वीजा निलंबित कर दिया गया है, मैं अपने पति से कैसे मिलूंगी। उसने कहा कि उसे 15 दिनों का वीजा जारी किया गया था जबकि उसका दीर्घ अवधि वीजा 14 मार्च को समाप्त हो गया।

उसने नम आंखों से कहा मेरे ससुराल वाले सदमे में हैं। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मेरा वीजा बढ़ाने की अपील करते हैं ताकि मैं जम्मू में अपने परिवार के साथ रह सकूं। इस बीच मीनल के पति भी उसके निर्वासन के लिए अटारी सीमा पर उसके साथ गया।

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द किया गया है, वे तय समय सीमा तक भारत छोड़ दें।
गृह मंत्रालय ने कहा कि किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को कोई नया वीजा जारी नहीं किया जाएगा।