पाली/जयपुर। राजस्थान में राज्य सरकार ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली के जवाई क्लस्टर चतुर्थ जल जीवन अभियान के तहत जांच समिति की प्राथमिक जांच में पाई गई गंभीर अनियमितताओं को लेकर पांच अभियंताओं और एक सहायक लेखाधिकारी-द्वितीय को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि इनमें महेन्द्र कुमार (तत्कालीन अधिशाषी अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल अधिशाषी अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जिला खण्ड झुंझुनूं), महेन्द्र कुमार वर्मा, (तत्कालीन अधिशाषी अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल अधिशाषी अभियंता, जन स्वा. अभि. विभाग, परियोजना खण्ड झुंझुनूं), रामलाल मीना (तत्कालीन अधिशाषी अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल अधिशाषी अभियंता, जन स्वास्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, खण्ड कुचामन), प्रतिभा कटारिया (तत्कालीन सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, क्षेत्र जोधपुर स्थानान्तरणाधीन) प्रेमराज मीना (तत्कालीन सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल सहायक अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, (परियोजना) परियोजना खण्ड मंडरायल जिला करौली) और युधिष्ठिर सिंह, तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी-द्वितीय जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड-प्रथम पाली हाल कार्यालय विकास अधिकारी, पंचायत समिति रोहट, जिला पाली को निलंबित किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि निलम्बन अवधि में इनका मुख्यालय अतिरिक्त मुख्य सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, शासन सचिवालय जयपुर में रहेगा।