कोलकाता। पश्चिम बंगाल के सियालदह स्थित कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) अस्पताल में शुक्रवार को भीषण आग लग जाने से एक मरीज की मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उत्तम बर्धन पिछले एक महीने से अस्पताल में कैंसर का इलाज करवा रहे थे।
उनकी आज तड़के अस्पताल में भीषण आग लग गई। भारी धुएं के कारण कथित रूप से दम घुटने से उत्तम की मौत हो गई। परिजनों ने भी कहा कि उत्तम की दम घुटने से मौत हुई है।
इस बीच ईएसआई के चिकित्सा अधीक्षक आदित्य दास ने हालांकि कहा कि बर्धन की मौत आग के कारण नहीं हुई है बल्कि कैंसर के कारण हुयी है, क्योंकि डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था और उन्होंने पीड़ित को बचाने के सारे प्रयास किए लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। उनकी आज सुबह करीब 09:30 बजे मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि शेष मरीजों को सुरक्षित रूप से अस्पताल के अन्य वार्डों में ले जाया गया जबकि 55 मरीजों को ईएसआई की मानिकतला शाखा में स्थानांतरित किया गया।
पश्चिम बंगाल के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने बताया कि उन्हें तड़के करीब 5:30 बजे आग लगने की सूचना मिली और तुरंत अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंचे और करीब 80 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला। आग पर काबू पाने के लिए करीब 10 अग्निशमन वाहनों को तैनात किया गया।
श्रम और ईएसआई विभाग के प्रभारी राज्य मंत्री मोली घटक ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आग पहली मंजिल में शॉर्ट सर्किट से लगी है।
उन्होंने बताया कि आग लगने के समय करीब 92 मरीज अस्पताल में भर्ती थे। अस्पताल में करीब 246 बेड हैं। आउटडोर मरीज विभाग काम नहीं कर रहा था, लेकिन आपातकालीन सेवाएं चालू थीं और बिजली कट जाने के बावजूद काम कर रही थीं।
आग का पता सबसे पहले अस्पताल के एक कर्मचारी को चला, जिसने पहली मंजिल पर स्थित पुरुष सर्जरी वार्ड से धुआं उठते देखा और अधिकारियों को सूचित किया। अस्पताल के पुरुष सर्जरी वार्ड में भर्ती 80 मरीजों को दमकलकर्मियों और राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाला।