जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं विधानसभा चुनाव में तिजारा से भाजपा प्रत्याशी बाबा बालकनाथ पर एक वीडियो में गुजरात के अंगड़िया के रमणिक भाई पटेल के माध्यम से 52 करोड़ रुपए का कालाधन गैर कानूनी रूप से कनाडा भेजने के लगे आरोप का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देना चाहिए।
खेड़ा सोमवार को यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर यू-ट्यूब पर जारी वीडियो प्रदर्शित कर कहा कि बाबा बालकनाथ का हम सब सम्मान करते हैं, नाथ सम्प्रदाय से हैं, हम उनका मन से आदर करते हैं लेकिन कनाडा के निवासी जगमनदीप सिंह ने आज एक वीडियो डाला है, 10-15 दिन पहले भी इन्होंने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर कुछ खुलासा किया था लेकिन मोदी व्यस्त हैं और उन्होंने जवाब नहीं दिया तथा आज आए इस वीडियो में लगाए गए आरोप के आधार पर यह पूछना आवश्यक है कि तिजारा की कौनसी तिजोरी है जिस 52 करोड़ का जिक्र वीडियो में है, वह 52 करोड़ रूपया बाबा बालकनाथ के पास कहां से आया।
उन्होंने कहा कि बाबा बालकनाथ कनाडा में आश्रम खोलना चाहते थे, उनका अधिकार है, किसी को कोई आपत्ति नहीं है, वह अपनी परम्परा निभाएं, इसमें भी किसी को आपत्ति नहीं है, लेकिन हवाला से 52 करोड़ रूपए कनाडा गया, यह आपत्तिजनक है। उन्होंने प्रश्न किया कि यह 52 करोड़ रूपए कहां से आए, क्योंकि आठ नवम्बर, 2016 को देश में नोटबंदी लागू हुई, हजार के नोट बंद हुए और दो हजार के चालू हुए तथा प्रधानमंत्री ने वादा किया कि अब कालाधन समाप्त हो जाएगा लेकिन यह 52 करोड़ रूपए गुजरात के रमणिक भाई पटेल के माध्यम से हवाला के जरिये कनाडा भेजे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बाबा बालकनाथ जो भाजपा के राजस्थान से सांसद है तथा तिजारा से भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी है, यह गुजरात के अंगडिय़ा के रमणिक भाई पटेल के माध्यम से 52 करोड़ रूपए कालाधन गैर कानूनी रूप से भेज रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस कालेधन से कलटस लेक के बगल में 32 एकड़ जमीन खरीदी जा रही है, आश्रम बनाएंगे, ओशो रजनीश से बड़े बाबा बनना चाहते हैं, इसमें तो आपत्ति नहीं है, क्योंकि देश में सभी संतों का, भगवा पहनने वालों का, सफेद कपड़े पहनने वालों का सम्मान किया जाता है लेकिन यह कर क्या रहे हैं, 52 करोड़ रूपया कहां से आया, यह हवाला का रैकैट कहां से चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह साधु-संतों के प्रति श्रृद्धा के साथ खिलवाड़ है जो स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि बाबा बालकनाथ को अलवर के लोगों ने चुना और आज जिन लोगों से वह वोट मांग रहे हैं यह विश्वासघात उन सभी मतदाताओं से है क्योंकि यह 52 करोड़ रूपए किसका है, इसका खुलासा होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारे और आपके पास एक लाख जैसी छोटी रकम मिलने पर भी पुलिस थाने में बंद कर देती है, लेकिन 52 करोड़ जैसी बड़ी रकम पर इसलिए कार्यवाही नहीं हो रही क्योंकि बालकनाथ भाजपा के नेता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बाबा बालकनाथ कालेधन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, हवाला का भी इस्तेमाल कर रहे हैं और भाजपा के नेता हैं इसलिए कानून से भी बच रहे हैं।
खेड़ा ने कहा कि देश में सरकार भी तो बलदेगी तब इस तरह के अपराधी अपने आपको कैसे बचायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्रचार के लिए राजस्थान आते हैं और बड़ी निर्लजता के साथ राजस्थान की सरकार को कौसते हैं जबकि उनके खुद के आंगन में क्या हो रहा है, यह बात खुद के गिरेबान में झांककर नहीं देखते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा, जबकि भाजपा के आंगन में तो खाने वालों का भण्डारा चल रहा है, लोग खा भी रहे हैं, खिला भी रहे हैं और कनाडा भी भेज रहे हैं।
उन्होंने प्रश्न किया कि इस भण्डारे में प्रधानमंत्री जी आपका भी कुछ है क्या। उन्होंने प्रश्न किया कि जनता जानना चाहती है कि गुजरात के रमणिक भाई पटेल से प्रधानमंत्री जी का क्या रिश्ता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राजस्थान आते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन वे केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर और भाजपा सांसद बाबा बालकनाथ पर जवाब नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा कि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के खाते का इस्तेेमाल पैसे को इधर-उधर भेजने के लिए किया जाता है, जमीनें खरीदी जाती है, गांजे की खेती होती है, ये सब क्या हो रहा है, इसका जवाब भाजपा को देना चाहिये। उन्होंने कहा कि क्या ये सब लोग भाजपा के नेता है इसलिये उनके सब अपराध माफ है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, छत्तसीगढ़, कर्नाटक में ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स कार्यवाही करने पहुंच जाती है, हिमाचल में भी ये एजेंसियां जायेंगी, जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है वहीं कार्यवाही होगी।
खेड़ा ने कहा कि बाबा बालकनाथ के बारे में 52 करोड़ रूपया हवाला से भेजने का खुलासा हुआ है, यह तथ्य राजस्थान से संबंधित है, इसलिये प्रधानमंत्री अपने आगामी राजस्थान प्रदेश के दौरे पर इस तथ्य पर जवाब जरूर दें। उन्होंने कहा कि मोदी परिवारवाद की बात अपने चुनावी भाषण में करते हैं जबकि कल जहां प्रधानमंत्री मैच देख रहे थे, वहां पर जय शाह साहब भी मौजूद थे, आज से 10 साल पहले उन्हें कोई नहीं जानता था। जय अमित शाह गृह मंत्री के बेटे हैं, इसलिये आज बीसीसीआई में है। उन्होंने कहा कि आजकल प्रधानमंत्री बिना सोचे-समझे बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह भी आपत्ति है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अखबारों में विज्ञापन क्यों देते हैं। उन्होंने कहा कि क्या प्रचार का कॉपी राईट प्रधानमंत्री के पास है, कोई और नहीं कर सकता। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे 10 साल तक प्रधानमंत्री ने विज्ञापन के माध्यम से अपनी सरकार चलाई है और कोई काम नहीं किया जबकि कांग्रेस पार्टी अपनी सात गारंटियां नियमानुसार लोगों के साथ साझा कर रही है तो प्रधानमंत्री को क्यों आपत्ति है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक, हिमाचल की हार से डरे हुए प्रधानमंत्री राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ की सम्भावित हार से डरकर बिना सोचे-समझे बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रचार करना हमारा हक है, वह हम नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय सबको पता है, प्रधानमंत्री के अधीन केन्द्रीय एजेंसियों ने राजस्थान के मीडिया पर रेड डाली थी लेकिन एक बात स्पष्ट है कि यह राजस्थान का मीडिया है, सच छापने से नहीं डरेगा।