नसीराबाद में सैन्य भूमि पर संचालित एकमात्र जसवंत फिलिंग पेट्रोल पंप सीज

नसीराबाद/अजमेर। राजस्थान में अजमेर से 26 किलोमीटर दूर नसीराबाद छावनी क्षेत्र के शहरी ईलाके में संचालित 50 साल पुराने जसवंत फिलिंग पेट्रोल पंप को मंगलवार को सीज कर दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जोधपुर रक्षा संपदा अधिकारी की ओर से सीज कार्यवाही को अंजाम दिया गया। सीज कार्यवाही के दौरान नसीराबाद छावनी परिषद अधिकारी एवं सिटी थाना पुलिस मौजूद रहे।

बताया जा रहा है कि पेट्रोल पंप जिस भूमि पर संचालित है, वह रेकार्ड में सैन्य भूमि है। यही कारण रहा कि जोधपुर से आए रक्षा सम्पदा अधिकारी ने सीज की कार्रवाई को अंजाम दिया।

नसीराबाद शहर के इस इकलौते पेट्रोल पंप को सीज करने से वहां कार्यरत 15 से ज्यादा कार्मिक बेरोजगार हो गए वहीं नसीराबाद के नागरिकों को अब पेट्रोल पंप से अपने वाहनों में पेट्रोल-डीजल नहीं भरने पर भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा और पेट्रोल भरवाने शहर क्षेत्र से बाहर जाना पड़ेगा।

यह था मामला

जानकारी के अनुसार सन 1965 में रक्षा संपदा भूमि पर भारत पैट्रोलियम का पंप स्थापित हुआ था जो कि लीज पर था। रक्षा मंत्रालय के आदेशों पर रक्षा संपदा अधिकारी जोधपुर ने मार्च 2022 में सिटी पेट्रोल पंप को खाली करने व बकाया लीज राशि जमा करने का नोटिस दिया था। भारत पेट्रोलियम ने 2022 से रक्षा संपदा अधिकारी के समक्ष अपना पक्ष रखा था। जिस पर सुनवाई जारी थी। भारत पेट्रोलियम के द्वारा लीज राशि भी जमा कर दी गई थी।

गत 10 जुलाई 2024 को रक्षा संपदा जोधपुर ने पेट्रोल पंप को खाली कर कब्जा सौंपने का भारत पेट्रोलियम को नोटिस दिया गया था। इस नोटिस के बाद बीपीसीएल न्यायालय की शरण में पहुंची। न्यायालय से राहत नहीं मिलने पर रक्षा संपदा अधिकारी जोधपुर के द्वारा 6 अगस्त को सीज की कार्रवाई के आदेश निकाल दिए गए। इससे पूर्व भारत पेट्रोलियम के द्वारा बकाया लीज की राशि भी जमा कर दी गई।

मंगलवार की सुबह रक्षा संपदा जोधपुर के एचडी ओ प्रथम प्रदीप दत्त व प्रतीक जैन व छावनी परिषद अधीक्षक विश्वेंद्र सिंह, जल विद्युत फोरमैन सतीश कुमार छावनी परिषद कार्मिकों के साथ सिटी पेट्रोल पंप पहुंचे तथा भारत पैट्रोलियम के सेल्स ऑफिसर संजय मीणा की मौजूदगी में सीज की कार्रवाई को अंजाम दिया।

पेट्रोल पंप पर तैनात स्टाफ के छलके आंसू

सिटी पेट्रोल पंप पर करीब 16 जनों का स्टाफ तैनात है। सीज की कार्रवाई से करीब 30 साल से नौकरी कर रहे नारायण सिंह के आंखों में आंसू छलक उठे। नारायण सिंह ने बताया कि उनके पिता भी इसी पेट्रोल पंप पर सेल्समैन थे। करीब 30 साल से वह खुद भी इस पेट्रोल पंप पर सेल्समैन की नौकरी कर रहा है। पंप सीज की कार्रवाई से 16 स्टाफ सदस्यों पर रोजी-रोटी का संकट छा गया है।

एकमात्र पेट्रोल पंप बंद होने से लोग परेशान

कस्बे में जसवंत फीलिंग स्टेशन एकमात्र पेट्रोल पंप है जिससे लोग अपने वाहनों में पेट्रोल भरवा लेते थे। अब लोगों को करीब पांच किलोमीटर दूर पेट्रोल भरवाने जाना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि रक्षा संपदा जोधपुर ने जब पेट्रोल पंप सीज करने की कार्रवाई की उस समय पंप के टेंकों में 15000 लीटर पेट्रोल का स्टॉक था। सीज की कार्रवाई के बाद भी पेट्रोल का स्टॉक नहीं हटाया गया।