शिवमोग्गा (कर्नाटक)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की शक्ति उन्मूलन वाली टिप्पणी की सोमवार को कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि यह भारत की नारी शक्ति और हिंदू धर्म का अपमान है।
मोदी ने इंडिया समूह पर ‘शक्ति’ की अवधारणा को समाप्त करने का लक्ष्य रखने का आरोप लगाया और देश में महिलाओं की सेवा और उन्हें सशक्त बनाने के प्रति अपने समर्पण पर जोर दिया। उन्होंने यहां लोकसभा चुनाव से पहले एक सार्वजनिक सभा में कहा कि इंडिया समूह ने ‘शक्ति’ की अवधारणा को खत्म करने की घोषणा की है, जिससे न केवल हिंदू धर्म, बल्कि भारत की नारी शक्ति का अपमान हुआ है।
उन्होंने कहा कि मोदी भारत की माताओं, बेटियों और बहनों की सेवा और उन्हें सशक्त बनाने के लिए समर्पित हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने वाणिज्यिक नगरी मुंबई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान मोदी के बारे में टिप्पणी की थी कि वह सत्ता के लिए मुखौटा हैं। उन्होंने कहा था, मोदी के खिलाफ हमारी लड़ाई व्यक्तिगत स्तर पर नहीं है। मोदी एक मुखौटा हैं, जो ‘शक्ति’ के लिए काम करते हैं। वह एक उथले आदमी हैं, जिसके पास 56 इंच का सीना नहीं है।
मोदी ने शक्ति को खत्म करने के बारे में मुंबई के शिवाजी पार्क में की गई घोषणा का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति रहे बाल ठाकरे की विरासत को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि जब मैंने शिवाजी पार्क से शक्ति को खत्म करने की घोषणा सुनी, तो मैंने सोचा कि इससे बाल ठाकरे की आत्मा को कितनी चोट पहुंची होगी। शक्ति को खत्म करने की घोषणा शिवाजी पार्क में की गई है, जहां हर बच्चा ‘जय भवानी, जय शिवाजी’ के मंत्र के साथ बड़ा होता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता डीके सुरेश की अलगाववादी टिप्पणियों का हवाला देते हुए कांग्रेस और इंडिया समूह पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में एक कांग्रेसी सांसद ने उत्तर-दक्षिण विभाजन का आह्वान करते हुए बयान दिया है, जो उनकी विभाजनकारी मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने विकास, गरीबों के कल्याण और एक मजबूत भारत के निर्माण के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए कहा कि कर्नाटक में भाजपा को मिल रहे अटूट समर्थन ने भ्रष्टाचार में डूबे इंडिया समूह की नींद उड़ा दी है। उन्हें विश्वास है कि कर्नाटक के लोग निश्चित रूप से भाजपा को वोट देंगे, ताकि वह आगामी लोकसभा चुनाव में 400से अधिक सीटें हासिल कर सके।
भाजपा की प्राथमिकताओं पर मोदी ने कहा कि पार्टी विकास, गरीब-कल्याण और मजबूत संभावनाओं वाले भारत को प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया समूह के पास भारत के विकास के लिए कोई रोडमैप, एजेंडा या विजन नहीं है। कांग्रेस झूठ और धोखा देने पर भरोसा करती है और कर्नाटक को केवल लूट का एटीएम बनाना चाहती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक एक ऐसा राज्य है जहां घोटालों और लूट को बढ़ावा देने के लिए प्रतीक्षारत सीएम, सुपर सीएम, शैडो सीएम, भावी सीएम एस्पिरेंट और कलेक्शन मास्टर हैं। इसका सीधा असर कर्नाटक की जनता पर पड़ रहा है। उन्होंने रणदीप सिंह सुरजेवाला को कलेक्शन मिनिस्टर की संज्ञा दी।
मोदी ने विकास, गरीब-कल्याण (गरीबों का कल्याण) और एक मजबूत भारत के निर्माण के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और इसकी तुलना कांग्रेस और इंडिया समूह में दूरदर्शिता और एजेंडे की कमी से की। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और इंडिया समूह पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और विभाजनकारी राजनीति पर भरोसा करने का आरोप लगाया।
मोदी ने अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और हक्की-पिक्की जनजाति सहित हाशिये पर मौजूद समुदायों को सशक्त बनाने के भाजपा के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने हक्की-पिक्की जनजाति की सुरक्षित निकासी के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ और एससी-एसटी समुदाय से दो राष्ट्रपतियों के चुनाव जैसी पहल का उल्लेख किया।
उन्होंने ‘न्यू इंडिया’ की प्रगति पर जोर देते हुए वंदे भारत मिशन, डिजिटल भुगतान प्रणाली (यूपीआई), अंडरवाटर मेट्रो और ग्रीन कॉरिडोर जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं जैसी विभिन्न राष्ट्रीय उपलब्धियों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने सरकार की प्राथमिकताओं के उदाहरण के रूप में राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से अन्य क्षेत्रों के लिए शिवमोग्गा की कनेक्टिविटी का उल्लेख करते हुए कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास के महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने कर्नाटक के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और राज्य की 28 सीटों पर जीत हासिल करने की भाजपा की क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उनका आशीर्वाद मांगा।