भारत को उसके अतीत से काटने वाले नहीं त्याग सके हैं गुलाम मानसिकता : मोदी

मथुरा। कांग्रेस का नाम लिये बगैर उस पर कान्हा नगरी मथुरा के विकास के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि जो लोग भारत को उसके अतीत से काटना चाहते थे, वो अपनी गुलाम मानसिकता को अभी भी नहीं त्याग सके हैं।

संत मीराबाई की 525वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश की आजादी के बाद ब्रज की धरती को जो महत्व मिलना चाहिए था, दुर्भाग्य से वो नहीं मिला। जो लोग भारत को उसके अतीत से काटना चाहते थे, वो आजादी के बाद भी गुलामी की मानसिकता नहीं त्याग पाए, उन्होंने ब्रज भूमि को विकास से वंचित रखा। अब राम मंदिर की तिथि आ गई है और वो दिन दूर नहीं जब यहां भगवान कृष्ण के दर्शन और भी दिव्य रूप में होंगे।

उन्होंने कहा कि हमारा भारत हमेशा से नारीशक्ति का पूजन करने वाला देश रहा है। कृष्ण के आगे भी राधा ही लगा है। हमारे देश में महिलाओं ने हमेशा जिम्मेदारियां भी उठाईं और समाज को लगातार मार्गदर्शन भी किया है। मीराबाई जैसी संत ने दिखाया कि नारी का आत्मबल, पूरे संसार को दिशा देने का सामर्थ्य रखता है।

ब्रज के महत्व का बखान करते हुये उन्होने कहा कि विश्व के सभी तीर्थ यात्राओं से जो लाभ होता है, उससे भी ज्यादा लाभ अकेले मथुरा और ब्रज के दर्शन से मिल जाता है। ब्रज की रज-रज में राधा रानी रमी हुईं हैं, यहां के कण-कण में श्री कृष्ण समाए हुए हैं। मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे ब्रज के दर्शन का अवसर मिला है, यहां वही आता है जिसको श्री कृष्ण जी बुलाते हैं, ये साधारण धरती नहीं है।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सीमाएं सुरक्षित हुईं हैं। देश की हर समस्या को समाधान का मार्ग दिखाकर के लक्ष्य तक पहुंचाया है।श्री मोदी के नेतृत्व में विगत नौ वर्षों में देश ने एक नए भारत का दर्शन किया है, नए भारत का वैश्विक मंच पर मान भी बढ़ा है।

मोदी ने संत मीरा बाई के सम्मान में एक स्मारक टिकट और सिक्का भी जारी किया और इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने अपने संक्षिप्त दौरे की शुरुआत श्रीकृष्णजन्मभूमि जाकर की। उन्होंने केशवदेव मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की। वहां मौजूद पुजारियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत अंगवस्त्र और माला पहना कर किया। मोदी को पीले रंग की पगड़ी भी पहनायी गईऔर उपहार स्वरूप एक पेटिंग भी प्रदान की गई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। बाद में प्रधानमंत्री का काफिला ब्रजरज उत्सव के लिये रवाना हो गया। गौरतलब है कि मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जिन्होंने मथुरा में श्रीकृष्णजन्मभूमि का दर्शन पूजन किया है।