जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से 6400 करोड़ रुपए की 58 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया जिसमें स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत राजस्थान में भी 62.58 करोड़ रुपये की लागत के तीन प्रमुख आध्यात्मिक स्थानों पर हुए विकास कार्यों का लोकार्पण और शुभारंभ किया गया।
इस राशि से सांवलिया सेठ मंदिर में विकास कार्य तथा करणी माता मंदिर एवं केशोरायपाटन में आध्यात्मिक अनुभव केन्द्र के विकास कार्य कराए गए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से देश में पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर मंडफिया (चित्तौड़गढ़), केशोरायपाटन (बूंदी) तथा बीकानेर में आयोजित समारोहों को वर्चुअल रूप से सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म, सभ्यता और सांस्कृतिक परम्परा का पूरी दुनिया में फिर से मान बढ़ा है। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में एक तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे हैं वहीं दूसरी ओर पुरातन आध्यात्मिक स्थलों का पुनरूद्धार भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के 20 मन्दिरों और आस्था धामों के विकास कार्यों के लिए आगामी वर्ष में 300 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है। इससे पुष्कर के घाटों का विकास, ब्रज चौरासी परिक्रमा मार्ग, भरतपुर में पर्यटकों के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास, तनोट माता मंदिर जैसलमेर आदि का विकास करवाया जाएगा। साथ ही सरकार दूसरे राज्यों के साथ मिलकर पर्यटन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर भी काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जयपुर से रामलला के दर्शन के लिए गत एक फरवरी से अयोध्या के लिए विशेष विमान सेवा प्रारंभ की गई है। साथ ही राज्य के सात संभाग मुख्यालयों जयपुर, भरतपुर, बीकानेर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर से अयोध्या के लिए राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा भी प्रारंभ की गई है।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना के अंतर्गत अयोध्या में तीन हजार तीर्थयात्रियों को श्री राम मंदिर के दर्शन और करीब 5600 तीर्थयात्रियों को रामेश्वरम की यात्रा कराई जा चुकी है। शर्मा ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना में कृष्णा सर्किट परियोजना के तहत जयपुर में गोविंददेवजी तथा सीकर में खाटूश्यामजी और राजसमंद के नाथद्वारा में 77 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए गए हैं।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने आध्यात्मिक सर्किट परियोजना के तहत सालासर बालाजी, मेंहदीपुर बालाजी, सांवलिया सेठ जी मंदिर, सामोद बालाजी, घाट के बालाजी, बंधे के बालाजी, विराटनगर, कामां क्षेत्र एवं मचकुंड में 75 करोड़ रुपये व्यय कर विकास कार्य करवाए हैं।
शर्मा ने कहा कि इसी तरह प्रसाद योजना के अंतर्गत पुष्कर-अजमेर के समग्र विकास पर 33 करोड़ रुपए की राशि व्यय कर पर्यटक सुविधाओं के लिए विकास कार्य करवाए गए हैं। इन कार्यों में पुष्कर सरोवर, ब्रह्मा मंदिर, परिक्रमा पथ, सावित्री माता मंदिर का पुनरुद्धार आदि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार केवल घोषणाएं करने में विश्वास रखती थी, इन घोषणाओं को धरातल पर लाने की उनके पास कोई योजना नहीं थी। लेकिन अब पर्यटन संबंधी घोषणाओं को शीघ्र पूरा किया जाएगा।
इस अवसर पर केशोरायपाटन में आयोजित कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर, पूर्व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, मंडफिया में आयोजित कार्यक्रम में सांसद सीपी जोशी, विधायक अर्जुन लाल जीनगर, बीकानेर में आयोजित कार्यक्रम में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत एवं विधायक अंशुमान सिंह भाटी सहित जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे।