अजमेर/उदयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रेन का अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।
प्रधानमंत्री ने उदयपुर जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सहित देश के विभिन्न हिस्सों में 9 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए जाने को देश में आधुनिक कनेक्टिविटी का एक अभूतपूर्व अवसर बताया। उन्होंने कहा कि श में बुनियादी ढांचे के विकास की यह गति और पैमाना 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से बिल्कुल मेल खाते हैं।
मोदी ने कहा कि आज से शुरू हुई ट्रेनें अधिक आधुनिक और आरामदायक हैं। उन्होंने कहा कि ये वंदे भारत ट्रेनें नए भारत के नए उत्साह का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों में एक करोड़ ग्यारह लाख से ज्यादा लोगों ने सफर किया है और इस बात पर खुशी जताई कि वंदे भारत के प्रति उत्साह बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि 25 वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लोगों की सेवा में है। उन्होंने कहा कि आज इसमें नौ और वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा जा रहा है और वो दिन दूर नहीं, जब वंदेभारत देश के हर हिस्से को कनेक्ट करेगी। उन्होंने कहा कि वंदे भारत उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो समय बचाना चाहते हैं और एक ही दिन में यात्रा करना चाहते हैं। उन्होंने वंदे भारत से जुड़े स्थानों पर पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि पर भी प्रकाश डाला।
मोदी ने देश में आशा और विश्वास के माहौल को रेखांकित करते हुए कहा कि हर नागरिक देश की उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा है। उन्होंने चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 की ऐतिहासिक सफलताओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह जी-20 की सफलता ने भारत के लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और विविधता की ताकत को प्रदर्शित किया है।
उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख करते हुए इसे महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को आगे बढ़ाने के लिए एक निर्णायक क्षण बताया। इस संबंध में उन्होंने उल्लेख किया कि कई रेलवे स्टेशनों को महिला अधिकारियों द्वारा चलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मविश्वास से भरा भारत अपने वर्तमान और भविष्य की जरूरतों पर एक साथ काम कर रहा है। उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास में निर्बाध समन्वय के लिए पीएम गतिशक्ति मास्टरप्लान और परिवहन और निर्यात से संबंधित शुल्कों में कमी के लिए नई लॉजिस्टिक पॉलिसी को सूचीबद्ध किया। उन्होंने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के बारे में भी बात की क्योंकि परिवहन के एक साधन को अन्य साधनों का समर्थन करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि यह सब आम नागरिकों के लिए यात्रा की सुगमता में सुधार के लिए है।
आम नागरिकों के जीवन में रेलवे के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने पहले के समय में इस महत्वपूर्ण क्षेत्र की उपेक्षा पर खेद व्यक्त किया। भारतीय रेल के कायापलट के लिए मौजूदा सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बजट में वृद्धि की जानकारी दी। रेलवे के लिए इस वर्ष का बजट 2014 के रेल बजट से आठ गुना अधिक है। इसी तरह दोहरीकरण, विद्युतीकरण और नए मार्गों पर काम चल रहा है।
यात्रियों का समय बचाएंगी वंदे भारत ट्रेनें
जिन राज्यों के लिए वंदे भारत ट्रेनों का शुभारंभ हुआ, वहां भी इस अवसर पर समारोहों का आयोजन किया किया। वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के मार्गों में सबसे तेज़ होंगी और यात्रियों के काफी समय बचाने में मदद करेंगी। मार्ग की सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-त्रुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग तीन घंटे तेज़ होंगी। इससे हैदराबाद-बैंगलोर वंदे भारत एक्सप्रेस का निर्धारित समय 2.5 घंटे से अधिक का बदलाव होगा। वहीं तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस दो घंटे से अधिक समय तक, रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, और जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग एक घंटे तक और उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग आधे घंटे की देरी से रवाना होगी।