जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को विकसित भारत के शिल्पकार बताते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है वहीं राज्य सरकार पांच वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य रखकर कार्य कर रही है और राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन इसमें एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
शर्मा सोमवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जयपुर स्थित जेईसीसी में इस सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। शर्मा ने इस मौके मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान के लिए यह गौरव का दिन है कि उनके द्वारा भव्य निवेश सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। उन्होंने प्रदेश में निवेश और विकास की असीमित संभावनाएं बताते हुए कहा कि प्रदेश में खनिज, पेट्रोलियम, ओटोमोबाइल, टेक्सटाइल, पर्यटन, शिक्षा एवं चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में राजस्थान में निवेश कर अच्छा लाभ अर्जित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहले वर्ष में ही समिट का आयोजन किया है ताकि प्राप्त निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए सभी आवश्यक कदम ठीक ढंग से और समय पर उठाए जा सकें। राज्य में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन हो रहा है जिसमें 32 देशों द्वारा भाग लिया जा रहा है। इस समिट के प्रारंभ होने से पूर्व ही 35 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू संपादित किए जा चुके हैं जो निवेशकों द्वारा राज्य के प्रति व्यक्त किए गए विश्वास को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हमने न केवल 10 नई महत्वपूर्ण नीतियां लागू की हैं बल्कि ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस के क्षेत्र में भी ठोस कदम उठाए हैं, जिसके फलस्वरूप राज्य में निवेश को लेकर एक अभूतपूर्व माहौल बना है। शर्मा ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य बजट में पूंजीगत व्यय को पिछले बजट के मुकाबले 65 प्रतिशत बढ़ाया गया है। राज्य में पहली बार एक साथ 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का काम हाथ में लिया गया है। अक्षय ऊर्जा उत्पादन को पांच सालों में 30 गीगावाट से 125 गीगावाट तक ले जाने के लिए पूरी तेजी से कार्य हो रहा है।
उन्होंने सम्मेलन के तीन दिवसीय कार्यक्रमों के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें 12 अलग-अलग सेक्टर केंद्रित सेशन एवं आठ कंट्री सेशन के साथ प्रवासी राजस्थानी एवं एमएसएमई पर भी विशेष सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें केंद्र एवं राज्य के मंत्रियों के साथ संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञ एवं निवेशक एक साथ बैठकर राज्य में और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। उन्होंने इस अवसर पर देश-विदेश से पधारे निवेशकों और प्रवासी राजस्थानियों का स्वागत करते हुए उनसे राजस्थान की नई विकास यात्रा में निवेश करने का आह्वान भी किया।
इस अवसर पर वेदांता समूह के संस्थापक अनिल अग्रवाल ने कहा कि विश्व में वे देश ही आज सर्वाधिक सफल और विकसित हैं, जिन्होंने भूगर्भ के संसाधनों का समुचित दोहन किया है। प्राकृतिक संसाधनों से अत्यंत समृद्ध राजस्थान में भी विकास एवं प्रगति की प्रबल संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमने हिंदुस्तान जिंक और केयर्न एनर्जी के माध्यम से राजस्थान में एक लाख करोड़ रुपए का निवेश कर लगभग एक लाख लोगों को रोजगार प्रदान किया है और यहां निवेश करने से हमें काफी लाभ हुआ है। उन्होंने आने वाले समय में राजस्थान में निवेश बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि आने वाले समय में हमारा राजकीय राजस्व में अपने योगदान में तीन गुना तक वृद्धि करने और पांच लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है।
अडानी पोर्ट्स एण्ड स्पेशल इकॉनॉमिक जोन के प्रबंध निदेशक करण अडानी ने कहा कि राजा-महाराजाओं की धरती रही राजस्थान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हुए होने वाली प्रगति ही सही मायनों में प्रगति है। उन्होंने कहा कि दस साल में 23 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे थे, अब यह संख्या 11 प्रतिशत रह गई है। इस तरह ढाई करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। उन्होंने इस दौरान आने वाले समय में राजस्थान में 7.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमारमंगलम बिड़ला ने कहा कि राजस्थान से उनका पीढ़ियों से नाता रहा है। राजस्थान से जुड़ाव के कारण ही विश्व में राजस्थान के एम्बेसडर के रूप में उनकी पहचान है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बिट्स पिलानी एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ-साथ व्यावसायिक क्षेत्र में भी उनके समूह की महत्वपूर्ण उपस्थिति है। उन्होंने मिनरल, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म और रिन्यूएबल एनर्जी को राजस्थान के मित्र की संज्ञा देते हुए कहा कि राजस्थान में हमारा निवेश यहां की सरकार और नीतियों पर हमारे विश्वास को प्रकट करता है। उन्होंने बाहर से आए निवेशकों से पधारो म्हारे देश और निवेश करो म्हारे देश का आह्वान भी किया।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि राजस्थान की बावड़ियां प्राचीन काल से ही यहां के निवासियों की नवाचारों की प्रवृत्ति को दर्शाती हैं। साथ ही, इन बावड़ियों में राजस्थान के तकनीकी उज्ज्वल भविष्य के बीज भी समाए हैं। उन्होंने जयपुर में महिन्द्रा वर्ल्ड सिटी से जुड़े अपने अनुभव के बारे में बताया और राजस्थान में संचालित अपनी परियोजनाओं और रोजगार सृजन के बारे में जानकारी दी।
मोदी ने राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन-2024 का किया उद्घाटन