प्रधानमंत्री मोदी की राजयोगिनी दादी रतन मोहिनीजी को श्रद्धांजलि

सिरोही/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारी संस्था की प्रमुख राजयोगिनी दादी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा है कि रतन मोहिनीजी की आध्यात्मिक उपस्थिति बहुत बड़ी थी और उनका जीवन आगे आने वाले समय में लोगों को प्रेरित करता रहेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर दादी रतन मोहिनी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा कि रतन मोहिनीजी की आध्यात्मिक उपस्थिति बहुत बड़ी थी। वह प्रकाश पुंज, ज्ञान और करुणा की मूर्ति थीं। उनकी जीवन-यात्रा, गहरी आस्था, सादगी और सेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की यात्रा रही, जो आने वाले समय में बहुतों को प्रेरित करेगी।

मोदी ने कहा कि रतन मोहिनीजी ने ब्रह्माकुमारी के वैश्विक आंदोलन को उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने इसी पोस्ट में लिखा कि उनकी (रतन मोहिनीजी की) विनम्रता, धैर्य, विचारों की स्पष्टता और दयालुता हमेशा लोगों को प्रभावित करती रही। वह उन सभी के लिए मार्ग प्रशस्त करती रहेंगी जो शांति चाहते हैं और हमारे समाज को बेहतर बनाना चाहते हैं। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को कभी नहीं भूलूंगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों और ब्रह्माकुमारीज के वैश्विक आंदोलन के साथ हैं। ओम शांति।

उल्लेखनीय है कि दादी रतन मोहिनी का सोमवार देर रात अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 101 वर्ष की थी। उनका जन्म 25 मार्च 1925 को सिंध प्रांत के एक साधारण परिवार में हुआ था। वह 1937 से ब्रह्माकुमारी संस्था की स्थापना के समय से ही इसके साथ जुड़ी रहीं। उनके पार्थिव शरीर को माउंट आबू स्थित शांतिवन लाया गया, जहां कॉन्फ्रेंस हॉल में अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे। अंतिम संस्कार 10 अप्रैल को सुबह 10 बजे किया जाएगा।