नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को राजस्थान और सोमवार को कर्नाटक का दौरा करेंगे कई राजमार्ग और दूसरी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करने के अलावा बेंगलुरु में एयरो इंडिया प्रदर्शनी के 14वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार मोदी 12 फरवरी को राजस्थान के दौसा में आयोजित कार्यक्रम में 18,100 करोड़ रुपए से अधिक की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
मोदी वहां दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को 12,150 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इसके बनने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा में पांच घंटे की जगह लगभग 3.5 घंटे लगेंगे।
मोदी 13 फरवरी को बेंगलुरु के येलहंका में वायु सेना केंद्र में एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। एयरो इंडिया 2023 का विषय द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज (एक अरब संभावनाओं की हवाई-पट्टी)है। यह प्रदर्शनी 17 फरवरी तक चलेगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि एयरो इंडिया 2023 में स्वदेशी उपकरणों/प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसका आयोजन प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के दृष्टिकोण के अनुरूप किया जा रहा है।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किमी की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच सड़क मार्ग से यात्रा की दूरी 12 प्रतिशत कम होकर वर्तमान 1,424 किमी से 1,242 किमी हो जाएगी और यात्रा का समय 24 घंटे से 12 घंटे हो जाएगा।
यह छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगी।
यह एक्सप्रेसवे 93 पीएम गति शक्ति आर्थिक नोड्स, 13 बंदरगाहों, आठ प्रमुख हवाई अड्डों और आठ मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के साथ-साथ जेवर हवाई अड्डे, नवी मुंबई हवाई अड्डे और जेएनपीटी बंदरगाह जैसे नए आने वाले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को भी सेवा प्रदान करेगा।
दौसा में होने वाले कार्यक्रम में मोदी 5940 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित होने वाली 247 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इसमें बांदीकुई से जयपुर तक 2000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित होने वाली 67 किलोमीटर लंबी चार लेन की स्पर सड़क, लगभग 3775 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाली कोटपूतली से बड़ाओदानियो तक छह लेन की स्पर सड़क शामिल है और लगभग 150 करोड़ रुपए की लागत से लालसोट-करौली खंड के दो लेन पेव्ड शोल्डर का विकास किया जा रहा है।
बेंगलूरु में विमान उद्योग प्रदर्शनी में अत्याधुनिक डिजाइन (अभिकल्पना), मानव रहित विमान (यूएवी), रक्षा अंतरिक्ष और भविष्य की प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिको को भी प्रदर्शित करेगा। यह आयोजन भारत के हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए)-तेजस, एचटीटी-40, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच), हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और उन्नत लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) जैसी हवाई अस्त्र-शस्त्र प्रणालियों के निर्यात को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
सरकार का मानना है कि यह आयोजन वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में घरेलू छोटे मझोले उद्यमों और स्टार्ट-अप को एकीकृत करने में भी मदद करेगा और सह-विकास और सह-उत्पादन के लिए साझेदारी सहित विदेशी निवेश को आकर्षित करेगा।
एयरो इंडिया 2023 में एयरो इंडिया 2023 प्रदर्शनी में लगभग 100 विदेशी और 700 भारतीय कंपनियों सहित 800 से अधिक रक्षा कंपनियां भाग लेंगी। इसमें 80 से अधिक देशों की भागीदारी देखी जाएगी। इसमें लगभग 30 देशों के मंत्रियों और वैश्विक और 65 भारतीय मूल उपकरण विनिर्माता संगठनों और कंपनियों के 65 प्रमुख अधिकारियों के भाग लेने की संभावना है।