बेंगलूरु। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया भर से मिल रही शुभकामनाओं के बीच चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो के चन्द्रयान मिशन 3 के यान विक्रम को सफलतापूर्वक उतरने के गवाह बने।
मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि आज सफलता की अमृत-वर्षा हुई है। देश ने धरती पर सपना देखा और चांद पर साकार किया।
कुछ दिन पहले रूस ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने की कोशिश की थी लेकिन उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान चांद की सतह से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार प्रज्ञान रोवर को ले जाने वाले विक्रम लैंडर की सॉफ्ट-लैंडिंग शाम 18:04 बजे निर्धारित की गई थी।
इस ऐतिहासिक लैंडिंग से पहले दुनिया भर से शुभकामनाएं मिल रही थी। भारत में कई जगहों पर लोग मंदिरों में जाकर विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे थे।
इस काम में छात्र भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने चद्रयान-3 मिशन की सफलता की कामना करते हुए दुनिया भर में विशेष पूजा और प्रार्थनाओं का आयोजन किया।
लंदन स्थित यूक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और शोध विद्वानों ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया।
अमरीका में भी भारतीय प्रवासियों ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए वर्जीनिया के एक मंदिर में प्रार्थना की और हवन किया। भुवनेश्वर, वाराणसी और प्रयागराज के नागरिकों ने पूजा की और हवन किया, और वडोदरा में बच्चों के एक समूह ने भी चंद्रयान -3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना की।
इस मेगा कार्यक्रम से पहले ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर गंगा आरती भी की गई। इसके अलावा लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में भी मुसलमानों द्वारा नमाज अदा की गई।अमरीका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, लेकिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश है।
जीत लिया चांद, चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैडिंग से देशभर में खुुशी की लहर