राष्ट्रीय सृजन पुरस्कार 2024
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से दुनिया को भारत के बारे में जानकारी देने के लिए सृजन अभियान चलाने का आह्वान किया है, जिसमें भारत की कहानियों, संस्कृति, विरासत और परंपराओं के बारे में बताया जाए।
मोदी ने शुक्रवार को यहां भारत मंडपम में पहला राष्ट्रीय सृजन पुरस्कार (national creators award 2024) प्रदान किया। उन्होंने विजेताओं के साथ संक्षिप्त बातचीत भी की। यह राष्ट्रीय पुरस्कार कहानी कहने, सामाजिक बदलाव की वकालत करने, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा और गेमिंग सहित अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्टता और उसके प्रभाव को सम्मानित करने का एक प्रयास है। इस पुरस्कार की कल्पना रचनात्मकता के जरिए सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में की गई है।
प्रधानमंत्री ने इन पुरस्कारों के लिए भारत मंडपम स्थल का उल्लेख करते हुए कहा कि देश के रचनाकार आज उसी स्थान पर एकत्र हुए हैं, जहां से विश्व नेताओं ने जी20 शिखर सम्मेलन में भविष्य को दिशा दी थी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि बदलते समय और नए युग के आगमन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना देश की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश आज पहले सृजन पुरस्कारों के साथ उस जिम्मेदारी को पूरा कर रहा है। प्रधानमंत्री ने भविष्य का पहले से विश्लेषण करने की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय सृजन पुरस्कार नए युग को उसकी शुरुआत से पहले ही पहचान दे रहे हैं।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राष्ट्रीय सृजन पुरस्कार आने वाले समय में नए युग को ऊर्जा देकर और युवाओं की रचनात्मकता तथा दैनिक जीवन के पहलुओं के प्रति संवेदनशीलता का सम्मान करते हुए एक मजबूत प्रभाव स्थापित करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भविष्य में राष्ट्रीय सृजन पुरस्कार रचनाकारों के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत बनेंगे और उनके काम को एक पहचान दिलाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामग्री और रचनात्मकता के बीच सहयोग से जुड़ाव बढ़ता है, सामग्री और डिजिटल का सहयोग बदलाव लाता है, और उद्देश्य के साथ सामग्री निर्माण अपना प्रभाव दिखाता है। मोदी ने विषय वस्तु रचनाकारों से समाज में प्रेरणा लाने का अनुरोध किया। उन्होंने रचनाकारों से लड़के और लड़कियों का पालन-पोषण करते समय माता-पिता में समानता की भावना को प्रगाढ़ करने के लिए प्रेरक विषय वस्तु तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने उनसे समाज के साथ जुड़ने और इस सोच को हर घर तक ले जाने की बात कही। उन्होंने भारत की नारी शक्ति की क्षमताओं को प्रदर्शित करने का आग्रह भी किया।
मोदी ने विषय वस्तुकारों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आइए, हम भारत पर एक सृजन अभियान चलाएं। आइए, हम भारत की कहानियों, संस्कृति, विरासत और परंपराओं को पूरी दुनिया के सामने लाएं। आइए, हम भारत का निर्माण करें और विश्व का निर्माण करें। भारत के प्रति दुनिया की जिज्ञासा को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने रचनाकारों से अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश आदि संयुक्त राष्ट्र की भाषाओं में सामग्री तैयार करने का आग्रह किया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे।
राजस्थान के अजमेर से भी इस आयोजन में 7 क्रिएटर्स को शिरकत करने का अवसर मिला। इनमें सबगुरु न्यूज के संपादक विजय मौर्य, कल का सम्राट के संपादक विनोद गौतम, राष्ट्रदूत से शिव शर्मा, किशनगढ से विकास छाबडा, अजमेर के जेठाना से नरेन्द्र आचार्य को भी भाग लेने का अवसर मिला।