जयपुर। राजस्थान में दौसा जिले में लालसोट में एक बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपी पुलिस उपनिरीक्षक भूपेन्द्र सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया हैं।
पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने इस घटना की जानकारी मिलने पर शुक्रवार को ही आरोपी को सेवा से बर्खास्त करने के दिए थे। इसके बाद आईजी रेंज उमेश दत्ता ने शनिवार को भूपेन्द्र सिंह के बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिए।
उल्लेखनीय है कि आरोपी ने शुक्रवार को चार-पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे निलंबित किया गया और शनिवार को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस मामले में राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी संज्ञान लेकर मिश्रा को इस मामले में सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे।
इससे पहले वारदात का खुलासा होते ही लोगों ने पुलिस थाने में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। आरोपी ने थाना में ही खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था। नाराज लोगों ने थाने का घेराव भी किया। करीब पांच घंटे तक ग्रामीणों ने थाने को घेरे रखा। थाने की छत पर लोग चढ़ गए। हालात को देखते हुए अतिरिक्त जाप्ता बुलाना पडा। राहुवास थाने के बाहर जुटे लोगों ने सब इंस्पेक्टर को दबोचकर उसकी पिटाई कर डाली। महिलाएं भी लाठी लेकर पिटाई करते नजर आईं। आरोपी को लोगों ने गलियों में हाथ पैर से पकड़कर घसीटा। पुलिस ने आरोपी को मशक्कत कर भीड़ से छुड़ाया और दौसा जिला अस्पताल ले गए।
शुक्रवार दोपहर को जब पीड़ित के पिता शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और हाथ तोड़ दिया। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने देर रात आरोपी एसआई भूपेंद्र सिंह को हिरासत में ले लिया। उसे निलंबित कर दिया। शुक्रवार देर रात बच्ची को दौसा जिला अस्पताल लाया गया। देर रात डॉक्टर्स के बोर्ड ने बच्ची का मेडिकल कराया।
शनिवार सुबह एएसपी और मामले के आईओ शंकर लाल मीणा, एफएसएल टीम को लेकर घटना स्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। दोपहर 12 बजे पीड़ित बच्ची और उसके माता-पिता को एएसपी शंकर लाल मीणा 164 के बयान के लिए दौसा जिला मुख्यालय पर लेकर गए। दौसा में दोपहर 2 बजे पॉक्सो कोर्ट में 164 के बयान हुए।