सबगुरु न्यूज सिरोही। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का जन्मदिन सिरोही में 4 क्षत्रिय नेताओं के लिए शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बन गया। यह रक्तदान शिविर स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा बन गया है। रक्तदान शिविर के बाद जारी हुए ऑडियो टेप ने इन विवाद को अब सार्वजनिक कर दिया है।
जिले में क्षत्रिय नेताओं ने गुरुवार को मानव सेवा सप्ताह के नाम से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इसमें भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिलीप सिंह मांडानी ने जावाल में, भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गणपत सिंह राठौड़ ने सिरोही चिकित्सालय में, भाजयुमो के पदाधिकारी दीपेंद्र सिंह पीथापुरा ने सिरोड़ी में और भाजयुमो के ही गणपत सिंह नागानी ने भटाणा में रक्तदान शिविर आयोजित किया। रक्तदान शिविर में सबसे ज्यादा संख्या सिरोही में किसान मोर्चा के द्वारा आयोजित किए गए रक्तदान शिविर में रही।
यही नंबर अब इन नेताओं के प्रतिष्ठा का कारण बन गया है। इसी को लेकर शाम को भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिलीप सिंह मांडानी ने एक ऑडियो जारी किया। ऑडियो में उन्होने रक्तदान के बदले हेलमेट दिए जाने को लेकर निंदा की। उनका आरोप था कि किसान मोर्चा के द्वारा आयोजित किया गया रक्तदान शिविर बाहरी रक्त दाताओं के दम पर आयोजित करवाया गया था। इसमें रक्तदान करने वाले अधिकांश लोग बाहरी थे जबकि सिरोही जिला मुख्यालय के न्यूनतम लोग थे। लेकिन रक्तदाता जिला मुख्यालय वाले शिविर में 211 थे तो शेष में कम।
– बंटे हुए नजर आए नेता
भाजपा के क्षत्रिय नेताओं के द्वारा राजेंद्र राठौड़ के जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान शिविर में स्थानीय भाजपा के नेता भी बंटे हुए नजर आए। जितने नेता भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप सिंह मांडानी के रक्तदान शिविर में पहुंचे उन नेताओं में से कई दूसरे शिविरों में नहीं पहुंचे। सबसे ज्यादा चर्चा जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित की मौजूदगी और गैर मौजूदगी को लेकर चल रही है। अर्जुन पुरोहित जवाल वाले के शिविर में नजर आए, लेकिन जिला मुख्यालय पर कार्यालय होने के बावजूद सिरोही चिकित्सालय में आयोजित भाजपा किसान मोर्चा के रक्तदान शिविर में गैरमौजूद रहे। इसके पीछे की प्रमुख वजह यह मानी जा रही है कि गणपत सिंह राठौड़ अर्जुन पुरोहित के जिलाध्यक्ष भाई नारायण पुरोहित के द्वारा चाहे गए व्यक्ति के विपरीत जयपुर से ही जिलाध्यक्ष का पद ले आए।
– सब खेल दावेदारी का
ऐसा नहीं है कि जिले में अन्य क्षत्रिय नेता भाजपा में प्रमुख पदों पर आसीन नहीं है या आसीन होने की इच्छा नहीं रखते। लेकिन जिन चार नेताओं ने रक्तदान शिविर आयोजित किये जाने के पीछे पार्टी के लोगों के बीच जो प्रमुख वजह मानी जा रही है वो है पार्टी में प्रमुख पदों पर आसीन होने की महत्वाकांक्षाओं की । दिलीप सिंह मांडानी एमएलए पद की दावेदारी को लेकर यह शक्ति प्रदर्शन करते हुए माने जा रहे हैं। वही गणपत सिंह राठौड़ भाजपा जिला अध्यक्ष के पद की दावेदारी के लिए दमखम दिखाते हुए बताए जा रहे हैं।
दीपेंद्र सिंह पीथापूरा और गणपत सिंह नागणी भाजयुमो के जिला अध्यक्ष पद के लिए यह शक्ति प्रदर्शन का हिस्सा बने हुए बताए जा रहे हैं। अब किसकी गोटी फिट बैठती है यह भविष्य में पता पड़ेगा। लेकिन यहां एक संघर्ष और चल रहा है और वो है बाहरी क्षत्रिय बनाम स्थानीय क्षत्रिय का। किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष गणपत सिंह राठौड़ जालोर के हैं जबकि शेष तीन सिरोही के स्थानीय।