नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश पर सत्रहवीं लोकसभा बुधवार को भंग कर दी। राष्ट्रपति सचिवालय के अनुसार केन्द्रीय मंत्रिमंडल की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में राष्ट्रपति से सत्रहवीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई थी।
राष्ट्रपति मुर्मु ने इस सिफारिश पर अमल करते हुए संविधान के अनुच्छेद 85 के उपबंध (2) के तहत मिले अधिकार का इस्तेमाल करते हुए सत्रहवीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए। इससे पहले दोपहर में मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें अपना तथा अपनी मंत्रिपरिषद् का इस्तीफा सौंपा था।
राष्ट्रपति ने उनका और मंत्रिपरिषद् का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद उन्हें नई सरकार के गठन तक कार्यभार संभालने का अनुरोध किया है। सुबह मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक हुई जिसमें 17 वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई। सत्रहवीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को समाप्त हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि 18वीं लोकसभा के चुनाव एक जून को संपन्न हुए थे और चार जून को हुई मतगणना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को सरकार बनाने का जनादेश मिला है।