राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज के कोतवाल लेटे हनुमान मंदिर में टेका मत्था

महाकुंभनगर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज के कोतवाल कहे जाने वाले लेटे हनुमान मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की। मान्यता के अनुसार संगम का पुण्य तभी पूर्ण माना जाता है, जब इस मंदिर के दर्शन कर लिए जाते हैं।

हनुमान मंदिर पहुंचने पर बाघम्बर गद्दी के महंत बलबीर गिरि ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए मंदिर में लाल कारपेट बिछाया गया था। जिस पर चलकर महामहिम मंदिर में पूजन अर्चना करने पहुंची। उनके साथ मंदिर में हनुमत लला के पूजन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।

महंत बलवीर गिरि ने राष्ट्रपति का विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच पूजन करवाया। उन्होंने हनुमान जी की आरती उतारी। अन्त में महंत बलबीर गिरि ने राष्ट्रपति को यादगार के रूप में हनुमान जी की प्रतिमूर्ति तस्वीर भेंट किया।

हनुमान जी की ये अनोखी प्रतिमा 20 फीट लंबी है। यह अपने आप में देश में इकलौती प्रतिमा है जो लेटी हुई मुद्रा में है। हनुमान जी की इस प्रतिमा के बारे में कहा जाता है कि अंग्रेजों के समय में उन्हें सीधा करने का प्रयास किया गया था, लेकिन वे असफल रहे थे। जैसे-जैसे लोगों ने जमीन को खोदने का प्रयास किया, प्रतिमा नीचे धंसती चली गई।

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