रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व पीएससी चेयरमैन और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ख़ास रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी टामन सिंह सोनवानी को सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 45 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने कुछ महीने पहले सोनवानी के घर छापेमारी भी की थी।
सीजीपीएससी घोटाले में पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर एसके गोयल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। यह पीएससी घोटाला वर्ष 2021 से जुड़ा है जिसमें अधिकारियों, कांग्रेस नेताओं और प्रभावशाली लोगों के 18 रिश्तेदारों का डिप्टी कलेक्टर रैंक पर चयन किया गया था।
भारतीय जनता पार्टी नेता व पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने इस संबंध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर कार्रवाई की मांग की थी। सोनवानी पर 45 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप है। दूसरी तरफ गोयल की बहू और बेटे पीएससी में चयनित हुए थे। हाईकोर्ट के निर्देश पर सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की अनुमति दी थी।
गौरतलब है कि सोनवानी ने अपने करियर की शुरुआत 1991 में बतौर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी के तौर पर की। साल 2008 में उन्हें आईएएस अवाॅर्ड मिला। मुख्यमंत्री सचिवालय के सचिव और कृषि निदेशक रहे सोनवानी राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तक बनाए गए थे। सोनवानी 2004 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।