अजमेर। आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भारतीय रेलवे डिजिटल इंडिया की तरफ सराहनीय कदम उठा रहा है। इसी क्रम में अजमेर मण्डल ने सभी यूटीएस एवं पीआरएस काउंटर पर क्यूआर कोड डिवाइस स्थापना में सफलता अर्जित की है। अर्थात आरक्षित व अनारक्षित दोनों प्रकार के टिकट के भुगतान हेतु क्यूआर कोड की सुविधा अजमेर मण्डल पर प्रारंभ कर दी गई है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला के अनुसार मण्डल के प्रमुख ब्रॉड गेज खंड अजमेर–पालनपुर व अजमेर–उदयपुर-हिम्मतनगर पर स्थित स्टेशनों पर क्यूआर कोड से टिकट का भुगतान की सुविधा प्रारंभ कर दी गई है। इससे यात्रियों के लिए भुगतान के डिजिटल तरीकों का उपयोग करके टिकट खरीदना सुविधाजनक हो गया है।
यात्री अब आसानी से क्यूआर कोड को स्कैन कर मोबाइल फोन का उपयोग करके भुगतान कर सकते हैं, जिससे टिकट खरीदने की प्रक्रिया आसान और अधिक कुशल हो गई है। इससे न केवल टिकट खिड़की पर भीड़ से छुटकारा मिलेगा अपितु डिजिटल पेमेंट होने यात्रियों को खुले पैसे की परेशानी से भी निजात मिलेगी। इसके साथ ही टिकट काउंटर पर मौजूद कर्मचारी का कैश मिलाने में लगने वाले समय भी बचेगा। डिजिटल पेमेंट के जरिए कम समय में लोगों को टिकट मिलेगा, जो कि पूरी तरह से ट्रांसपरेंसी को भी बढ़ावा देगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में प्रथम स्थान पर है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर 437 से अधिक लोकेशनों पर डिजिटल भुगतान हेतु डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग कर का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है।