जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मालवीय भाग द्वारा आयोजित गुणवत्ता संचलन एवं भाग एकत्रीकरण कार्यक्रम आज भव्यता और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख दीपक विसपुते ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्र और समाज का सर्वांगीण विकास ही संघ का ध्येय है, और प्रत्येक स्वयंसेवक का कार्य गुणवत्ता युक्त होना चाहिए।
घोष के साथ अनुशासित स्वयंसेवकों ने गुणवत्ता संचलन से संघ के कार्यों और उद्देश्यों को समाज के सामने प्रस्तुत किया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए संगठित प्रयासों की आवश्यकता का संदेश दिया।
उन्होंने बताया कि संघ के शताब्दी वर्ष में समाज की सज्जन शक्ति को साथ लेकर पर्यावरण, सामाजिक समरसता, नागरिक कर्त्तव्य, कुटुंब प्रबोधन और स्वदेशी जागरण के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन के लिए कार्य कर रहा है।
संघ के भाग प्रचार प्रमुख राजकुमार जैन ने बताया कि सैकड़ों स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर कदम से कदम मिलाते हुए अनुशासन और एकता का अद्वितीय प्रदर्शन किया।
मुख्य मार्गों से संचलन
कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवकों ने कैलाश टावर, टोंक रोड, नगर निगम, और विधानसभा जैसे मुख्य मार्गों से होते हुए संचलन किया। घोष की धुन और स्वयंसेवकों के अनुशासित कदमों ने कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बना दिया। संचलन ने न केवल राहगीरों का ध्यान आकर्षित किया, बल्कि समाज में अनुशासन और संगठित कार्य पद्धति का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों और महिलाओं की उपस्थिति रही। मुख्य अतिथि भारत गौरव पुरस्कार विजेता गौरव शर्मा ने अपने माउंट एवरेस्ट अभियान के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने मन के एवरेस्ट पर विजय प्राप्त कर लेता है, उसके लिए कोई भी बाधा असंभव नहीं रहती।
कार्यक्रम के समापन पर मालवीय भाग संघ चालक राम मोहन गर्ग ने सभी उपस्थित नागरिकों और मातृ शक्ति का विशेष रूप से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां समाज में एकता, अनुशासन और संगठन के महत्व को दर्शाती हैं।