नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि इस चुनाव में देश के जनादेश ने साफ कर दिया है कि अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह नहीं चाहिए।
गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह लड़ाई संविधान को बचाने की थी। यह बात वह तब ही समझ गए थे, जब सरकार ने कांग्रेस के बैंक अकाउंट सील किए, मुख्यमंत्री को जेल में डाला तब मेरे दिमाग में यह बात स्पष्ट हो गई थी कि अब हिंदुस्तान की जनता संविधान की रक्षा के लिए मिलकर लड़ेगी और मेरा यह पुख़्ता भरोसा आज सही साबित हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने संविधान को बचाने के लिए सबसे बड़ा कदम उठाया। इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने इंडिया समूह के नेताओं को साथ लिया और जहां भी गठबंधन लड़ा, वहां सबने मिलकर चुनाव लड़ा और देश को एक नया विजन दिया है।
गांधी ने कहा कि यह चुनाव परिणाम इंडिया गठबंधन का आया है और इसमें संविधान को बचाने का हमारा अभियान सफल रहा। देश ने इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ कह दिया है कि देश अब उन्हें नहीं चाहता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश को बचाने का काम हिंदुस्तान के गरीब लोगों ने किया है, आदिवासियों ने किया, मजदूरों ने किया है। उन्हें समझ में आ गया था कि संविधान देश की आवाज है। हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों ने देश के संविधान को बचाया है और हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि इंडिया समूह के नेताओं की बुधवार को बैठक बुलाई गई है और उसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में गठबंधन के नेता जो भी तय करेंगे, उसी के अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी।
गांधी ने किशोरी लाल शर्मा को अमेठी सीट पर जीत हासिल करने के लिए बधाई दी और कहा कि वह अमेठी से बहुत नज़दीकी से जुड़े रहे हैं और उसी का परिणाम आज उन्हें मिला। उत्तर प्रदेश के लोगों ने संविधान की रक्षा की है, इसके लिए राज्य के लोगों को बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि वह बाद में तय करेंगे कि रायबरेली और वायनाड सीटों में से किस सीट का संसद में प्रतिनिधित्व करेंगे।
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