नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि संसद में उन पर आरोप लगाए गये हैं आैर इन आरोपों का जवाब वह संसद में ही देंगे, लेकिन वह जानते हैं कि सरकार डरती है इसलिए उन्हें बोलने नहीं देगी।
गांधी ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन पर सरकार के चार मंत्रियों ने आरोप लगाए हैं और वह इन आरोपों को जवाब देना चाहते हैं। आरोप संसद में लगे हैं इसलिए आरोपों का जवाब भी संसद में ही दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार के चार मंत्रियों ने मेरे ऊपर सदन में आरोप लगाया है, तो मेरा हक बनता है कि मैं सदन में अपनी बात रखूं। आज मेरे आने के बाद ही सदन को स्थगित कर दिया गया। मैंने स्पीकर से अपनी बात रखने के लिए समय मांगा है, लेकिन मुझे लगता है कि ये मुझे कल भी सदन में बोलने नहीं देंगे। ये पूरा मामला अडानी के मुद्दे से ध्यान भटकाने का है।
उन्होंने कहा कि मैं संसद में अपनी बात रखना चाहता हूं, इसलिए मैं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने उनके कक्ष में गया। मैंने उनसे कहा मैं अपनी बात सदन में कहना चाहता हूँ। चार-चार मंत्रियों ने मेरे खिलाफ आरोप लगाए हैं और उन सबका जवाब सदन में ही देना चाहता हूं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार अडानी मामले में डरे हुए हैं और लगता नहीं है कि मुझे संसद में बोलने दिया जाएगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी मुद्दे पर डरे हुए हैं, इसलिए वह यह सब तमाशा करवा रहे हैं। यह लोकतंत्र की परीक्षा है। सरकार मुझे बोलने देगी कि नहीं, लेकिन लगता है कि मुझे बोलने का मौका नहीं मिलेगा।
मुझ पर जो आरोप लगे हैं उनका सबका जवाब संसद में दूंगा और उसके बाद ही मीडिया से भी अपनी बात कहूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने अडानी को लेकर संसद में भाषण दिया था उसी दिन से यह सब शुरु हुआ है। मैंने अडानी को लेकर जो कुछ कहा वह सब मुद्दे जनता के बीच के हैं, फिर भी मेरे भाषण के बड़े हिस्से को संसद के रिकार्ड से हटा दिया गया।