जयपुर। मध्यप्रेदश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की क्रिकेट मैच को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा है कि देश आजाद होने के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को समाप्त करके इसे लोक सेवा दल बना देना चाहिए लेकिन नेहरू नहीं माने। अब राहुल गांधी महात्मा गांधी की बात को पूरा करने की ओर बढ़ रहे हैं और आने वाले समय में वह कांग्रेस को पूरी तरह खत्म कर देंगे।
चौहान बुधवार को यहां भाजपा प्रदेश मीडिया सेंटर पर प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि सारा देश देशभक्ति के जुनून से भरा हुआ था और यह चाहता था कि क्रिकेट का फाइनल मुकाबला भारत जीते, क्योंकि खेल भी देशभक्ति का एक प्रतीक है। यदि प्रधानमंत्री मोदी वहां गए तो हमारे लिए यह गर्व का विषय है लेकिन कांग्रेस के लोग प्रधानमंत्री मोदी से इतना डरते हैं इतना विद्वेष रखते हैं कि भारत के मैच हारने पर ये लोग खुशी मनाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पर कांग्रेस के युवराज की टिप्पणी बताती है कि इन लोगों की मति हर ली गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोगों का जीवन बदला है आम आदमी के जीवन को काफी हद तक सरल बनाया है। पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन योजना, उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि सहित अनेक ऐसे काम हैं जिनसे देश में लाखों करोड़ों लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज जन-जन के मन में बसे हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश हो या राजस्थान कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा दोनों भाई-बहन झूठ की मशीन हैं। प्रियंका वाड्रा मध्यप्रदेश में कहती है कि राम 13 वर्ष के लिए वनवास गए थे आप खुद देखिए देश का बच्चा-बच्चा जानता है प्रभु श्री राम 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे लेकिन प्रियंका गांधी को नहीं पता। मध्यप्रदेश में कुछ लोग कहते हैं कि केवल कुछ हजार लोगों को ही रोजगार मिले हैं, जबकि 50 हजार को तो नियुक्ति पत्र मैने अपने हाथ से बांटे हैं।
चौहान ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार साढ़े चार साल तो रिसोर्ट में रही और चुनाव में जब छह महीने शेष बचे तो झूठी घोषणाओं का अंबार लगा दिया। राजस्थान की जनता जानती है कि गहलोत सरकार कुशासन का पर्याय बन चुकी है। आज भ्रष्टाचार के मामले में राजस्थान नंबर वन है सरकार के योजना भवन से करोड़ों रुपए नकदी और सोना बरामद होता है।
उन्होंने कहा कि यह पहली घटना है जब किसी सरकारी कार्यालय से सोना और पैसा बरामद हो रहा है। वहीं जल जीवन मिशन का उद्देश्य घर-घर नल से पानी पहुंचाने का था, लेकिन राजस्थान में इस योजना में भी लगभग 20 हजार करोड़ का घोटाला किया गया। प्रदेश में पांच साल के दौरान 11 लाख अपराध के मामले दर्ज होते हैं। सायबर क्राइम में राजस्थान नंबर वन सांप्रदायिक दंगों के मामलों में यहां रिकॉर्ड ही टूट गया जबकि हुए मध्य प्रदेश में मजाल जो कोई आंख उठाकर भी देख ले। गहलोत सरकार ने प्रदेश को दंगो की आग में झोंक दिया।
उन्होंने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में किसानों से कर्जमाफी का वादा किया जिसके कारण राजस्थान में 19,422 किसानों की जमीनें नीलाम हो गई। वहीं बेरोजगार युवाओं से बेरोजगारी भत्ते के नाम पर मजाक किया गया और राजस्थान में फसलों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा गया जिसके कारण किसानों को अपना बाजरा कम भाव में बेचना पड़ा। बहन-बेटियों के सम्मान के साथ राजस्थान में खिलवाड़ हुआ है,और कांग्रेस सरकार के मंत्री शर्मनाक बयान देते हैं कि ये मर्दों का प्रदेश है।
उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण तो राजस्थान की कांग्रेस सरकार का मूल मंत्र रहा है। हिंदू त्योहारों पर शोभायात्राओं पर प्रतिबंध लगाया गया और धारा 144 तक लगा दी गई।