रेलवे यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखने का किया फैसला

अजमेर। राजस्थान में नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन (एनडब्लूआरईयू) ने पुरानी पेंशन का लाभ देने एवं वेतन आयोग के गठन की मांग के लिए संघर्ष जारी रखने का फैसला किया है और आगामी 7 से 11 जनवरी तक देशभर में क्रमिक अनशन किया जाएगा।

अजमेर मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया कि आल इंडिया रेलवे फैडरेशन (एआईआरएफ) ने संयुक्त फोरम का गठन करके पुरानी पेंशन योजना के लिए संघर्ष जारी रखने और आगामी सात से ग्यारह जनवरी तक देशभर में क्रमिक अनशन करने का निर्णय किया है और इसके बाद देशव्यापी हड़ताल की तिथि निश्चित की जाएगी।

आल इंडिया रेलवे फैडरेशन (एआईआरएफ) के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने अधिवेशन में कहा है कि एआईआरएफ और एनडब्लूआरइयू यूनियन के रहते कोई भी सरकार भारतीय रेल का निजीकरण नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि एआईआरएफ की मांग पर दो पूर्व रेलमंत्रियों ने रेल कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा लेकिन सरकार ने सकारात्मक निर्णय नहीं लिया। वर्तमान में भी सरकार नई पेंशन योजना को समाप्त करने के लिए गंभीर नहीं है।

चेलानी ने बताया कि रेल कर्मचारियों की 34 मांगों, जिसमें पुरानी गारंटीड पेंशन स्कीम, आठवें वेतन आयोग को गठित करने, 18 माह के बकाया महंगाई भत्ते के भुगतान करने, नए कार्यों के लिए नए पद सृजित करने, पॉइंट्स मैन की कैडर रिस्ट्रक्चरिंग रिपोर्ट को अनुमोदित करने, कारखानों की रिक्तियों को भरने और सभी कोटियों को इंसेंटिव देने, पेट्रोलिंग की सीमा घटाने, रक्षक उपकरण प्रदान करने और इंटेक कोटा जारी करने, रनिंग, चैकिंग और एस्कोर्टिंग स्टॉफ के लिए आधुनिक विश्राम गृह की सुविधा प्रदान करने की मांग प्रमुख हैं।