नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के दिल्ली मंडल ने व्हीलचेयर से एक प्रवासी भारतीय (एनआरआई) को प्लेटफॉर्म पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपए लेने के मामले में कार्रवाई करते हुए एक लाइसेंसी कुली का बिल्ला से वापस ले लिया है।
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के हज़रत निज़ामुद्दीन जंक्शन में एक प्रवासी भारतीय (एनआरआई) यात्री को व्हीलचेयर से प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने के लिए 10 हजार रुपए लेने का मामला सामने आया। इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए दिल्ली मंडल के रेल प्रबंधक ने दोषी लाइसेंसी पोर्टर (कुली) के खिलाफ प्रशासनिक और कानूनी कार्रवाई करते हुए उसका बिल्ला वापस ले लिया गया है। इसके अलावा यात्री को उसकी 90 प्रतिशत राशि वापस करवा दी।
सूत्रों ने बताया कि रेलवे प्रशासन यात्री हित को सर्वोपरि मानता है और ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। रेलवे प्रशासन ऐसी घटनाओं के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाता है।
मंडल रेल प्रबंधक इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह की घटनाएं रेलवे की छवि को धूमिल करती हैं और यात्रियों के विश्वास को कमजोर करती हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे मामलों में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन सभी यात्रियों से अपील करता है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े, तो वे तुरंत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करें।