जयपुर। राजस्थान में सात विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के परिणाम में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मारते हुए पांच विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर अपना राजनीतिक दबदबा कायम किया वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस केवल अपनी एक सीट बचाने में ही कामयाब रही।
देश में भाजपा उसके सहयोगी दलों के पक्ष में बने माहौल एवं राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व के कारण सत्तारुढ़ भाजपा को उपचुनाव में सात में से पांच सीटों पर जीताकर जनता ने उस पर विश्वास जताया हैं। उपचुनाव में भाजपा ने न केवल अपनी संलूबर सीट को बरकरार रखा जबकि वह झुंझुनूं, रामगढ़ एवं देवली-उनियारा विधानसभा सीट कांग्रेस से छीनने में सफल रही।
वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल के शुरु से दबदबे वाली खींवसर सीट भी इस बार भाजपा ने अपनी झोली में डाल ली। खींवसर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का राजनीतिक दबदबा था। हालांकि भाजपा भारत आदिवासी पार्टी का चौरासी में राजनीतिक दबदबा कम नहीं कर पाई और वहां बाप ने अपनी सीट बरकरार रखी।
कांग्रेस दबदबे वाली झुंझनूं में भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र भांबू ने जीत हासिल की और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला को सर्वाधिक 42 हजार 848 मतों से हराया। भाजपा ने यह सीट कांग्रेस से छीनी हैं। भांबू को 90 हजार 425 जबकि ओला को 47 हजार 577 मत मिले। झुंझुनूं में पूर्व मंत्री एवं निर्दलीय प्रत्याशी राजेन्द्र गुढ़ा तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 38 हजार 751 मत मिले।
इसी तरह कांग्रेस दबदबे वाले रामगढ सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने जीत हासिल की हैं और उन्होंने अपने निकटतम एवं कांग्रेस प्रत्याशी आर्यन जुबैर को 13 हजार 636 मतों से हराया। भाजपा ने यह सीट कांग्रेस से छीनी। सुखवंत सिंह को एक लाख आठ हजार 811 मत मिले जबकि आर्यन जुबैर ने 95 हजार 175 मत हासिल किए।
खींवसर में भी भाजपा ने जीत दर्ज की और वहां भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं रालोपा प्रत्याशी कनिका बेनीवाल को 13 हजार 901 मतों से हराया। भाजपा ने यह सीट रालोपा से छीनी हैं। खींवसर में कांग्रेस प्रत्याशी डा रतन चौधरी तीसरे स्थान पर रही और उन्हें केवल 5454 मत ही मिल पाए।
देवली-उनियारा में पूर्व मंत्री एवं भाजपा के प्रत्याशी राजेन्द्र गुर्जर विजयी रहे और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को 41 हजार 121 मतों से शिकस्त दी। भाजपा ने यह सीट कांग्रेस से छीनी हैं। गुर्जर को एक लाख 599 मत मिले जबकि नरेश मीणा को 59 हजार 478 मत मिले तथा कांग्रेस उम्मीदवार कस्तूर चंद मीणा ने 31 हजार 385 मत हासिल किए।
संलूबर से भाजपा की शांता अमृतलाल मीणा ने चुनाव जीता और उसने बाप प्रत्याशी जितेश कुमार कटारा को एक हजार 285 मतों से चुनाव हराया। उपचुनाव में शांता मीणा को 84 हजार 428 मत मिले जबकि कटारा को 83 हजार 143 मत मिले तथा कांग्रेस की रेशमा मीणा ने 26 हजार 760 मत प्राप्त किए।
दौसा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दीनदयाल बैरवा उपचुनाव जीतने में कामयाब रहे और उन्होंने राज्य के कृषि मंत्री डा किरोड़ी लाल मीणा के भाई एवं भाजपा प्रत्याशी जगमोहन को 2300 मतों से शिकस्त दी। बैरवा को 75 हजार 536 मत मिले जबकि जगमोहन को 73 हजार 236 मत मिले।
उपचुनाव में चौरासी सीट पर बाप प्रत्याशी अनिल कुमार कटारा विजयी रहे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी कारी लाल ननोमा को 24 हजार 370 मतों से उपचुनाव हराया। अनिल कटारा को 89 हजार 161 मत मिले तथा ननोमा को 64 हजार 791 मत मिले जबकि कांग्रेस के महेश रोत केवल 15 हजार 915 मत ही हासिल कर पाए।