जयपुर। राजस्थान में विधानसभा आम चुनाव-2023 का चुनाव लड़े मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक एवं सांसद हनुमान बेनीवाल सहित 1860 से अधिक उम्मीदवारों का रविवार को मतगणना में चुनावी भाग्य का फैसला होगा।
राज्य की 16वीं विधानसभा के लिए गत 25 नवंबर को हुए चुनाव की मतगणना रविवार सुबह आठ बजे शुरु होगी और इसमें कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारत आदिवासी पार्टी, जननायक जनता पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी सहित करीब अस्सी पार्टियों के उम्मीदवार एवं लगभग 730 निर्दलीय प्रत्याशियों सहित 1860 से अधिक उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। इस बार राज्य की 200 विधानसभा सीटों में 199 सीटों के लिए चुनाव हुआ जबकि गंगानगर जिले में करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया।
इन प्रत्याशियों में गहलोत सरकार के कई मंत्रियों शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, भजन लाल जाटव, विश्वेन्द्र सिंह, भंवर सिंह भाटी, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र सिंह यादव, शकुंतला रावत, उदय लाल आंजना, राम लाल जाट, महेंद्रजीत सिंह मालवीय एवं अशोक चांदना आदि भी शामिल हैं। इनके अलावा कांग्रेस और भाजपा के कई दर्जन विधायकों के चुनावी भाग्य का भी फैसला होगा वहीं दिग्गज नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल एवं दीपेन्द्र सिंह शेखावत का भी चुनावी भाग्य का फैसला होगा।
इसी तरह सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीणा एवं देवजी पटेल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया, प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, यूनुस खान, रोहिताश्व शर्मा, हबीबुर्रहमान, वीरेन्द्र सिंह बेनीवाल तथा निर्दलीय विधायक बलजीत सिंह यादव, सुरेश टांक, आलोक बेनीवाल का भी चुनावी भाग्य का फैसला होने वाला है।
कांग्रेस एवं भाजपा दोनों प्रमुख दलों के कई बागी उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का भी मतगणना में फैसला होगा जिसमें चन्द्रभान सिंह आक्या, मुकेश गोयल, आशा मीणा, रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई प्रत्याशी शामिल है। इस चुनाव में 183 महिला प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा जिसमें गहलोत सरकार की मंत्री ममता भूपेश, शकुंतला रावत, एवं जाहिदा खान, पूर्व मंत्री अनीता भदेल, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई ज्योति मिर्धा, कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनियां एवं दिव्या मदेरणा तथा भाजपा की संतोष अहलावत तथा कांग्रेस के नेता रामेश्वर डूडी की पत्नी सुशीला डूडी सहित कांग्रेस की 28 महिला उम्मीदवार एवं भाजपा की 20 महिला प्रत्याशी शामिल हैं।
इस चुनाव में रालोपा ने चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ चुनावी गठबंधन किया है और दोनों मिलकर 124 सीटों पर चुनाव लड़ा हैं। इस चुनाव में भाजपा 199 सीटों पर चुनाव लड़ा जबकि कांग्रेस 198 पर चुनाव लड़ा और वह एक सीट भरतपुर को अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए छोड़ दी जहां से रालोद के प्रत्याशी एवं मंत्री सुभाष गर्ग ने चुनाव लड़ा। इस बार विधानसभा आम चुनाव चुनाव में 75.45 प्रतिशत मतदान हुआ जो वर्ष 2018 के मुकाबले 0.73 प्रतिशत अधिक हैं।
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