चित्तौड़गढ़। राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ से भारतीय जनता पार्टी का टिकट कटने से नाराज मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के समर्थन में रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आमजन का सैलाब उमड़ पड़ा और आक्या ने पार्टी के घोषित उम्मीदवार नरपत सिंह राजवी के खिलाफ आगामी दो नवंबर को निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन भरने का ऐलान कर दिया।
भाजपा की शनिवार को दूसरी सूची में चित्तौड़गढ़ से राजवी को उम्मीदवार बनाये जाने के बाद आक्या के समर्थक एवं पार्टी कार्यकर्ता नाराज हो गए और आज पार्टी के कार्यकर्ता और आमजन आक्या के साथ खड़े नजर आए। इन लोगों की बड़ी सभा में आक्या ने दो नवम्बर को निर्दलीय नामांकन भरने का ऐलान भी कर दिया। बाद में आक्या के समर्थन में आए हजारों लोगों ने उनके समर्थन में शहर में रैली निकाली।
आक्या के समर्थन में बायपास स्थित एक गार्डन में विधानसभा क्षेत्र में अपने पदों से इस्तीफा दे चुके मंडल से लेकर बूथ तक के पदाधिकारियों के साथ भाजपा से जुड़े नगर परिषद पार्षदों, जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों, सरपंचों वार्ड पंचों और हजारों समर्थकों जिनमें भारी संख्या में शहर की महिलाएं, व्यापारियों आमजन भाजपा कार्यकर्ताओं की आमसभा हुई।
सभा को सम्बोधित करते हुए आक्या ने कहा कि मैने दस वर्ष से सेवा में कोई कमी नहीं रखी और सबसे बड़ी बात हिंदू-मुस्लिम नहीं होने दिया जिससे आप लोगों का स्नेह है और आपके समर्थन से 26 अक्टूबर को मुख्य चुनाव कार्यालय के साथ बूथ स्तर तक कार्यालय शुरू कर देंगे तथा आगामी दो नवम्बर को पार्टी टिकट बदले या नहीं बदले वे अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को किसी भी प्रलोभन में नहीं आने का संकल्प भी दिलाते हुए कहा कि हम जीतने के लिए चुनाव लड़ेंगे और पहले से घोषित 50 हजार से ज्यादा की जीत हासिल करेंगे। सभा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी समर्थक पूर्व पालिकाध्यक्ष एवं यूआईटी अध्यक्ष सुरेश झंवर भी मंच पर आए और आक्या को समर्थन देते हुए बताया कि हालात के मद्देनजर खुद उन्होंने राजवी से फोन पर आग्रह किया कि वह खुद के और पार्टी के सम्मान के लिए यहां से चुनाव नहीं लड़े। सभा में जोशी समर्थक कई पदाधिकारी भी मंच पर उपस्थित रहे और सम्बोधन दिया।
सभा में उत्साहित लोगों ने उनके समर्थन में शहर में रैली निकाली जो सभास्थल से एक किलोमीटर लम्बी थी। उल्लेखनीय है कि जयपुर के विद्याधरनगर से विधायक राजवी का भाजपा की पहली सूची में टिकट काटकर उनकी जगह सांसद दीया कुमारी को उम्मीदवार बनाया गया था। इससे नाराज राजवी को पार्टी की दूसरी सूची में चित्तौड़गढ़ से प्रत्याशी घोषित किया गया।
राजस्थान में भाजपा की दूसरी सूची के कई प्रत्याशियों का भी होने लगा विरोध