चित्तौड़गढ़। राजस्थान में आगामी विधानसभा के चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की दूसरी सूची में चित्तौड़गढ़ से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटकर विधायक नरपत सिंह राजवी को दिये जाने का जोरदार विरोध शुरु हो गया है और पार्टी के करीब दो सौ पदाधिकारियों ने इस्तीफे देने के साथ प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के घर एवं जिलाध्यक्ष का घेराव किया।
भाजपा की शनिवार को जारी की गई दूसरी सूची में लगातार दो बार विधायक चुने गए आक्या का टिकट कटने के बाद बड़ी संख्या में उनके समर्थक एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू करते हुए हजारों लोग उनके मधुवन स्थित आवास पर पहुंच गए जहां पर आक्या ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए निर्दलीय चुनाव में उतरने के संकेत दिए।
बाद में आक्या ने पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय नेतृत्व पर तो भरोसा जताया लेकिन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पर उनका टिकट काट देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके और जोशी के बीच छात्रसंघ चुनावों के दौरान, फिर पंचायत चुनावों के दौरान और वर्ष 2008 में विधानसभा चुनाव टिकट के लिए हुई प्रतिद्वंदिता में हर बार पिछड़ने से हुई खुन्नस का नतीजा बताते हुए कहा कि पिछले छह माह से जोशी उनके टिकट को काटने के लिए हर कोशिश कर रहे थे और सफल हो गए।
उन्होंने कहा कि मैने दस साल से जनता की निस्वार्थ भाव से सेवा की और मुझ पर एक रूपए का भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं है। चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों की भावना के अनुरूप रविवार सुबह निर्णय को सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
आक्या के निवास से कुछ ही दूरी पर ही स्थित जोशी के आवास पर भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंच गये, इसके बाद वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया। आक्या के समर्थन एवं राजवी को टिकट दिए जाने के विरोध में चित्तौड़गढ़ व्यापार मंडल ने रविवार को बाजार बंद की घोषणा की है वहीं कई गांवों में आक्या के समर्थकों ने अपनी दुकानें बंद कर दी।
राजस्थान चुनाव : भाजपा की दूसरी सूची जारी, वसुंधरा राजे को भी उतारा