अजमेर के वैश्य समाज को अब भी राजनीतिक प्रतिनिधित्व मिलने की आस

अजमेर। राजनीतिक पर्टियों की ओर टकटकी लगाकर निहार रहे वैश्य समाज की नाराजगी भी अब तक किसी पार्टी को नहीं झुका सकी। आलम यह है कि अजमेर जिले में किसी भी एक सीट पर अब तक वैश्य समाज को प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका, जबकि वैश्य समाज भी चुनावी मौसम आने के साथ ही अन्य समाजों की तरह राजनीतिक ताकत दिखाने लगा। समाज के रणनीतिकारों तथा छत्रपों के जुटने के बाद भी बैठकों में कोई ठोस निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। टिकट की मांग पूरी ना होते देख वैश्य समाज निर्दलीय प्रत्याशी उतारने जैसी चेतावनी भी दे चुका है।

शुक्रवार को भी अंतराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन की ओर से वैश्य समाज की महासभा वैशाली नगर स्थित लायंस क्लब सभागार हुई। संरक्षक कालीचरण खंडेलवाल ने महासभा की अध्यक्षता करते हुए राजनीतिक पार्टियों के प्रति असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने हमेशा की तरह दोहराया कि वैश्य समाज इस बार शांत रहने वाला नहीं है। उन्होंने यहां तक कहा कि मैं तन, मन, धन के साथ समाज के लिए अपनी जान तक देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज के निर्दलीय प्रत्याशी को उतारे जाने का निर्णय शीघ्र लिया जाएगा।

महासभा को संबोधित करते हुए वैश्य समाज के जिलाध्यक्ष रमेश तापड़िया ने आह्वान किया कि समाज एकजुट होकर आने वाले चुनाव में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करें। महामंत्री उमेश गर्ग ने कहा कि आज की सभा हमारे समाज को क्यों आयोजित करनी पडी। कब तक हम हमारे समाज का बहिष्कार सहन करते रहेंगे। समाज के हर व्यक्ति को जागना होगा और एक जुट होकर अधिकार मांगना होगा। संरक्षक सुनील ढीलवारी ने कहा कि जैन समाज कंधे से कंधा लगाकर वैश्य समाज के साथ चुनाव में भागीदारी करेगा।

अशोक पंसारी ने कहा कि जब तक हम सब एक नहीं होंगे और लड़ते रहेंगे तब तक वैश्य समाज का सभी राजनीतिक पार्टियों इसी तरह दोहन करती रहेंगी। डॉ राजेंद्र गोखरू ने कहा कि हम एक जूट हों। हमें जयपुर जाकर सभी पार्टियों को अपनी बात का एहसास करना होगा। यदि उसके उपरांत भी हमारी बात को नहीं सुना जाता तो समाज उचित निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।

भाजपा से टिकट मांग रहे सुभाष काबरा ने कहा कि राजनीतिक दल ऐसा ना समझें कि वैश्य समाज ना सीट जीता सकता है ना ही सीट हरा सकता है। अपनी ताकत का अहसास दिलाने के लिए हमें एक होना होगा।

उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि आने वाला समय समाज को एक नई दिशा और एक नई पहचान देगा। कार्यक्रम के संयोजक सुरेश गोयल ने कहा कि वैश्य समाज की खामोशी को कायरता नहीं समझा जाए। समाज शेर के समाज गर्जना भरने के साथ ही समूचे राजनीतिक परिपेक्ष को बदलने की क्षमता रखता हैं। महासभा को पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया ने भी संबोधित किया।

अंत में उमेश गर्ग ने सभी सदस्यों को मतदान करने के लिए शपथ दिलवाई। प्रदेश मंत्री सूरज नारायण लखोटिया ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आने वाले समय में इसी प्रकार, इससे ज्यादा एकजुटता दिखाएंगे तो समाज राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने में कामयाब होगा।

महासभा में वैश्य समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे तथा सभी ने अपना हर तरह से सहयोग देने का आश्वासन देने के साथ ही कहा कि यदि समाज को प्रतिनिधित्व नहीं मिला तो वैश्य समाज सामूहिक निर्णय लेकर आगे बढ़ेगा।