चित्तौड़गढ़। राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा आम चुनाव में चित्तौड़गढ़ सीट से भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर चुनाव लड़ रहे विधायक चंद्रभान सिंह आक्या सहित कई पार्ट नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
आक्या ने मंगलवार शाम को पत्रकारों को बताया कि हमने कल भी नामांकन के अंतिम समय तक संगठन के सम्मान में चित्तौड़गढ सीट पर टिकट बदलने की प्रतीक्षा की लेकिन टिकट नहीं बदला गया, अब चुनाव लड़ना ही है जिसे देखते हुए मेरे सहित मेरे साथ चुनाव में लगे कुल 34 नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर जिलाध्यक्ष मिट्ठुलाल जाट को भेज दिये हैं।
आक्या ने बताया कि इससे पूर्व भी करीब तीन हजार पार्टी सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं। आज इस्तीफे देने वाले बड़े नामों में उनके अलावा पूर्व विधायक एवं भूमि विकास बैंक अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, केंद्रीय सहकारी बैंक अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह खोर, पूर्व सभापति सुशील शर्मा, पूर्व उपसभापति भरत जागेटिया, पूर्व प्रधान प्रवीणसिंह राठौड़ एवं पूर्व न्यास अध्यक्ष सुरेश झंवर जैसे नाम शामिल है।
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी एवं विधायक नरपत सिंह राजवी के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने आते ही जनता को सबक सिखाने और अब कल की सभा में आई भीड़ को दो पांच सौ रूपए की कच्ची बस्ती भीड़ बताकर विधानसभा के लोगों का अपमान किया है।
उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाड़ावत पर पिछले पांच वर्षों में धर्म की जमीनें खुर्द बुर्द करने सहित भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि आने वाले समय में वह कांग्रेस प्रत्याशी के भ्रष्टाचार का कड़ी दर कड़ी खुलासा करेंगे। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने चित्तौड़गढ़ से मौजूदा विधायक आक्या का टिकट काटकर राजवी को देने के बाद आक्या ने बगावत कर निर्दलीय के रुप में चुनाव में ताल ठोक दी।