देश बदल रहा है, युवा अपनाएं राष्ट्रवादी सोच : वासुदेव देवनानी

अजमेर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनने जा रहा है एवं देश बदल रहा है और युवाओं को भी राष्ट्रवादी सोच को अपनाकर आगे बढ़ना होगा।

देवनानी ने अजमेर में 113 साल पुराने किंग एडवर्ड मेमोरियल गेस्ट हाउस का नाम बदल कर रविवार को महर्षि दयानन्द विश्रांति गृह कर देने के अवसर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। देवनानी के नेतृत्व में आयोजित समारोह में नाम बदलने की औपचारिक प्रक्रिया सम्पन्न हुई।

इस मौके पर देवनानी ने कहा कि देश में गुलामी के प्रतीक चिह्नों के लिए कोई हमदर्दी या जगह नहीं होनी चाहिए। इसी सोच के साथ काम किया जा रहा है। प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में काम हो रहा है। राजस्थान तेजी से तरक्की की सीढ़ियां चढ़ रहा है। महर्षि दयानन्द सरस्वती जैसे राष्ट्र संत और स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर भवन का नामकरण होना अपने आप में एक महत्वपूर्ण निर्णय है। यह पूरे समाज के लिए गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि आजादी के इतने सालों के बाद भी अजमेर में गुलामी के प्रतीक नामों का होना पीड़ादायक था। अजमेर के आम लोगों को इस बात की पीड़ा थी की अजमेर अब भी गुलामी के प्रतीक नामों को ढो रहा है। अब इन नामों को बदलने की शुरूआत की गई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने जा रहा है। पूरी दुनियां में आज भारत का डंका बज रहा है। हम एक सशक्त राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहे है। अजमेर में केईएम का नाम बदलकर महर्षि दयानंद विश्रांति गृह किया गया है। इसी तरह फॉयसागर का नाम बदलकर वरूण सागर और होटल खादिम का नाम बदलकर होटल अजयमेरू किया गया है। नामों का बदलाव हमें हमारी सनातन और विपुल संस्कृति की और आगे बढ़ाएगा। यह आवश्यक है कि हम हमारी संस्कृति और राष्ट्र नायकों को अच्छे से जानें।

देवनानी ने कहा कि युवाओं को तेजी से आगे बढ़ रहे सशक्त भारत में अपनी मजबूत निभानी है। उन्हें राष्ट्रवादी सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। देश तेजी से बदल रहा है। हमें भी इस बदलाव को अपनाकर भारत की प्रगति में अपना योगदान देना होगा। भारत विश्व गुरू था, है और रहेगा। विश्व के पास ज्ञान विज्ञान में जो भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां है। वे भारत की देन है। भारत के वेद ज्ञान का भण्डार हैं और पूरे विश्व को हमारी अनूठी देन है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ सभी को काम करना होगा। इससे पूर्व देवनानी ने गेस्ट हाउस का नाम परिवर्तन किया।