जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अधिकारियों का आह्वान किया है कि हम सभी के लिये राष्ट्र सर्वोपरि है और राष्ट्र के विकास को अपने कार्यो में सर्वप्रथम रखना चाहिए।
देवनानी मंगलवार को यहां विधानसभा में राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के एक दल के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को पूरी जिंदगी सक्रिय रहकर राष्ट्र के विकास में भागीदार बनना चाहिए तथा तनाव मुक्त रहकर, जिंदगी को मानव सेवा में लगाने के लिये कार्य करना चाहिए।
उन्होंने दल के सदस्यों से परिचय लिया। दल में भारत, केन्या, इजिप्ट और रूस के अधिकारी शामिल थे। देवनानी ने कहा कि स्पीकर की निष्पक्षता से विधानसभा का गतिरोध दूर हो सकता है। स्पीकर निष्पक्ष होता है, उसे सभी दलों के सदस्यों की बात सुननी होती है और निष्पक्ष तरीके से निर्णय लेना होता है। यदि स्पीकर निष्पक्ष होगा तो विधानसभा में गतिरोध तुरंत दूर हो सकता है।
देवनानी ने राजस्थान विधानसभा की जानकारी देते हुए कहा की विधानसभा में प्रश्नकाल महत्वपूर्ण होता है। विधायकों को प्रश्न किए जाने का अधिकार है। राज्य सरकार से सदन में विधायक के प्रश्न का जवाब दिलाया जाता है। शून्यकाल में विधायक अपनी बात रख सकते हैं। राजस्थान विधानसभा में 21 समितियों के माध्यम से विभिन्न विभागों की रिपोर्ट तैयार होती है।
देवनानी ने कहा राजस्थान विधानसभा को पेपरलेस बनाया जा रहा है। इससे कम समय में अधिक काम हो सकेगा। विधानसभा में म्यूजियम का निर्माण किया गया है। इस राजनीतिक आख्यान संग्रहालय में राजस्थान निर्माण से लेकर वर्तमान तक के राजनीतिक सफर का दिग्दर्शन किया जा सकता है।
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