जयपुर। दो सांसदों से शुरुआत कर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपना 45वां स्थापना दिवस यहां हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में स्थापना दिवस मनाया और जनसंघ के सफर से विश्व के सबसे बड़े राजनैतिक दल बनने तक के सफर पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया और अवलोकन किया।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि आजादी मिलने के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि अब कांग्रेस का कोई परपज नहीं है इसे खत्म कर देना चाहिए।अंतरिम सरकार बनने के बाद देश में दो विचारधाराएं बनी एक विचारधारा वह थी जो निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र और भारत माता की सेवा के लिए समर्पित थे। वहीं दूसरी विचारधारा में कुछ स्वार्थी लोग थे, जिन्होेने सदैव अपने हितों को देश से आगे रखा।
21 अक्टूबर 1951 को श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल जैसे राष्ट्रवादी लोगों ने जनसंघ की नींव रखी और एक ध्येय वाक्य के साथ आगे बढ़े। कश्मीर को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का विजन स्पष्ट था, उन्होने कहा था कि इस देश में दो विधान, दो प्रधान नहीं चल सकते। उन्ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा पर चलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर अपने संकल्प को पूरा किया।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग याद कीजिए 1975 का आपातकाल जब पत्रकारों, युवाओं और कार्यकर्ताओं को जेल में डालने का काम किया गया था। उस दौर में कांग्रेस के अत्याचारों से हर वर्ग दुखी था, केवल एक ही परिवार की राजनीति करने वाले लोगों ने राष्ट्र के मूल्यों पर कुठाराघात किया।
ऐसे में देश के भीतर छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई और यह वह राजनैतिक दल है जिसका कार्यकर्ता साल के 365 दिन, महीने के 30 दिन और 24 घंटे काम करता है। इन सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बूते ही भाजपा आज देश और विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक दल बना।
उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रहित में पंचकल्याण की नीति को लेकर काम करती है। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि कोई भी राष्ट्र तभी मजबूत बनता है जब उसके नागरिकों में राष्ट्र के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव होता है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि 21वीं सदी भारत की सदी है। हमने उस नरेन्द्र से लेकर नरेन्द्र मोदी तक का सफर तय किया है। आज के नरेन्द्र के पास 2047 का विजन है और आप यह तय मानिए कि आगामी 2047 तक भारत दुनिया का मुकुट बनेगा और सर्वश्रेष्ठ होगा।
शर्मा ने कहा कि भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदला है, हमारे पथ-प्रदर्शक भारत माता की ‘इति’ को लेकर चले भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए उन्होने वसुधैव कुटुंबकम की नीति पर काम किया। हमारा उद्देश्य समाज में व्यापकता लाना है, हमारा भाव राष्ट्र कल्याण की है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा जनता का विश्वास है, मोदी को 140 करोड़ देशवासी विकास पुरूष के रूप में देखते हैं।
इस मौके भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि 6 अप्रैल 1980 को भाजपा के गठन का वह साक्षी रहे है जब दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ था। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने भाषण के दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल को याद करके भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा कि मुंबई के बांद्रा में 29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक भाजपा के पहले अधिवेशन में भी मैं सम्मिलित हुआ था इस अधिवेशन में 60 हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
तिवाड़ी ने कहा कि देश के प्रसिद्ध वकील और न्यायाधीश एमसी छागला ने उस समय यह कहा था कि कांग्रेस का विकल्प अटल बिहारी वाजपेयी होंगे। संघर्ष के दौर में अटलजी ने यह नारा दिया था कि ‘अंधेरा छंटेगा कमल खिलेगा’ और दो सांसदों से शुरूआत कर आगे बढ़ने वाली भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा दल है। सभी महापुरूषों के त्याग और बलिदान से चलने वाला दल भाजपा मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है।
भाजपा प्रदेश सह-प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल द्वारा शुरू किया गया सफर आज विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी तक पहुंच गया है। हमारा यह सफर 2 से 303 तक का सफर है जो 2024 में 370 के पार जाने वाला है। इस अवसर पर राष्ट्रीय संगठक वी सतीश, कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया, भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रवण बगड़ी आदि मौजूद थे।