जयपुर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रभु श्रीराम को देश और दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक बताते हुए कहा है कि अयोध्या में रामलला स्थापना आयोजन को भाजपा का बताकर इसका निमंत्रण अस्वीकर करना कांग्रेस की विकृत मानसिकता को दर्शाता है।
जोशी ने बुधवार को अपने लोकसभा क्षेत्र के प्रतापगढ़ जिले के दौरे के दौरान यह बता कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 के बीच केन्द्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार में जब रामसेतु का विषय आया तो कांग्रेस ने उच्चत्तम न्यायालय में हलफनामा देकर कहा कि राम कभी पैदा नहीं हुए राम काल्पनिक है। उन्होंने कहा कि जो राम के नहीं हो सकते वो किसी काम के नहीं है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के अंतिम समय में भी राम नाम उनके मुख से निकला। अयोध्या में रामलला स्थापना आयोजन को भाजपा का बताते हुए अस्वीकर करना कांग्रेस की विकृत मानसिकता को दर्शाता है। प्रभु श्रीराम देश और दुनिया के करोड़ो लोगों की आस्था का प्रतीक है।
500 वर्षों के इंतजार के बाद अयोध्या में श्री रामलला का भव्य मंदिर तैयार हो रहा है और इस शुभ कार्य के लिए प्रभु श्रीराम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुना है। श्री जोशी ने आमजन से 22 जनवरी को अपने-अपने घरों में रामोत्सव मनाने की अपील की।
जोशी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनने के बाद राजस्थान को सशक्त, समृद्ध, स्वच्छ, स्वस्थ, विकसित, प्रगतिशील और भयमुक्त बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
उन्होंने प्रतापगढ़ नगर परिषद के टाउनहॉल, रिटर्निंग वॉल तथा मंदसौर रोड़ पर कुमावत समाज भवन का भूमि पूजन, नीलकंठ महादेव, धमोत्तर दरवाजा पर विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास, बगवास, नगर परिषद के पास, जीरोमाईल चौराहा और सुहागपुरा बस स्टेण्ड पर कार्यकर्ताओं से संवाद किया।
उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सर्किल पर पंडित दीनदयाल की मूर्ति का माल्यार्पण भी किया। इस दौरान राजस्व एवं उपनिवेशन मंत्री हेमंत मीणा और सहकारिता मंत्री गौतम कुमार भी मौजूद थे।
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