जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट योजना पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि उन्हें बताया जाना चाहिए कि इससे जनता का भला कैसे होगा।
जोशी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि गहलोत सरकार कोई प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनी है या जनता द्वारा चुनी गई संवैधानिक सरकार। जब किसी कंपनी के प्रोडक्ट नहीं बिकते है, तो वह इस प्रकार की योजना लाती है।
आपकी सरकार ने भी साढे चार वर्षों तक जनता के सभी प्रमुख मुद्दों की अनदेखी के बाद अब गत 24 अप्रैल से प्रारम्भ हुए राहत शिविरों में प्रदेश के विकास और राहत का दावा किया लेकिन वास्तव में प्रदेश की जनता महंगी बिजली, महिला, बुजुर्ग, दलित और समाज के हर वर्ग पर अपराध, अत्याचार, माफिया राज, भ्रष्टाचार और कांग्रेस के झूठे वादों से बुरी तरह त्रस्त हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यदि जनता का दर्द समझते तो कुर्सी सम्भालते ही जनता की समस्याओं का निवारण करने का प्रयास करते। अगर प्रारम्भ से ही जनता के प्रति गहलोत सरकार जवाबदेही होती तो आज यह सब नौटंकी करने की आवश्यकता नहीं पडती।
जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने सोशल मीडिया हैंडल से लगातार सरप्राइज-सरप्राइज की बात कर रहे थे, परन्तु यह योजना तो खोदा पहाड़ और निकली चुहिया जैसी है। इस योजना के विज्ञापनों को देखकर प्रदेश की जनता को तो ऐसा लगा था कि आप राजस्थान के करोड़ो लोगों को बहुत बड़ी राहत देने वाले है, परन्तु इस योजना से जनता आहत हुई है।
पिछले माह भी आधी रात को बिजली बिल में 100 यूनिट तक फ्री के बाद अगले 100 यूनिट तक किसी प्रकार के अतिरिक्त चार्ज नहीं लगाने की बात कही गई थी मगर इस माह जो बिजली के बिल आए हैं, उसमें आपकी इस राहत की पोल खुल गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के करोड़ो लोगों में से 3090 लोगों को ईनाम बांटने की बात करते हो और कई दिनों से सरप्राईज-सरप्राईज लिखकर जादूगरी कर रहे थे। जनता समझदार है, वह आपके इस छल को समझ चुकी है, जनता को पता है कि आप अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के काम कर रहें हैं।