स्वामी विवेकानंद जयंती : राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में सृजन 2025 का आयोजन

अजमेर। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद जयंती और राष्ट्रीय युवा दिवस के विशेष अवसर पर 12 से 14 जनवरी 2025 तक बहुप्रतीक्षित वार्षिक समारोह, वार्षिक खेल और सांस्कृतिक उत्सव-सृजन 2024-25 का आयोजन कर रहा है। यह भव्य महोत्सव सांस्कृतिक, शैक्षणिक और खेल गतिविधियों का अनूठा संगम होगा, जो विश्वविद्यालय समुदाय की विविध प्रतिभाओं को प्रदर्शित करेगा।

आयोजन के विषय में राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आनंद भालेराव ने बताया कि सृजन 2024-25 प्रति वर्ष विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक उत्सव के रूप में आयोजित किया जाता, जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना उत्पन्न करना हैं।

इस बार सृजन इसलिए भी ज्यादा विशेष है क्योंकि ये स्वामी विवेकानंद की जयंती के विशेष अवसर पर आयोजित हो रहा है। इस महोत्सव के माध्यम से हम एक ऐसे वातावरण का निर्माण करना चाहते हैं जहां प्रतिभा को अपनी योग्यता का प्रदर्शन करने का पूर्ण अवसर मिले। इस प्रकार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों में अच्छे मूल्य प्रणाली और सकारात्मक विचारों को विकसित करना है ताकि वे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए अच्छी तरह तैयार हो।

भारत की सांस्कृतिक विरासत और विकसित भारत @2047 थीम पर आयोजित इस महोत्सव की शुरुआत युवा संकल्प यात्रा से होगी जिसमें मुख्य अतिथि के साथ विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी और क्लब्स, विद्यार्थी, आसपास के गांवों के लोग एवं स्कूल्स के विद्यार्थी, पंच, सरपंच और स्थानीय लोक कलाकार अपनी परंपरागत वेषभूषा के साथ सम्मिलित होंगे। इसके बाद, उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा जिसमें कुलपति और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहेंगे। महोत्सव के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद की जीवन यात्रा और पुस्तकों पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम के दूसरे भाग मे राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति खेल भावना और मानवीय एकता का प्रतीक- मशाल जलाकर खेल स्पर्धाओं का औपचारिक उद्घाटन करेंगे।

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम सृजन में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक अनोखी श्रृंखला देखी जाएगी जिसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, कबड्डी, शतरंज, क्रिकेट, फुटबॉल, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल और योग आदि जैसी खेल प्रतियोगिताएं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे गायन, नृत्य, रंगोली, मेहंदी, पेंटिंग, कविता पाठ, अभिनय, वाद-विवाद आदि जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।

सांस्कृतिक महोत्सव के अंतिम दिन राजस्थान के लोक कला प्रमुख अशोक शर्मा अपने अन्य कलाकारों के साथ राजस्थान का भवाई, चरी, कच्ची घोड़ी तथा घूमर नृत्य का प्रस्तुतीकरण करेंगे।

इस वर्ष के उत्सव में पतंग महोत्सव, रंगोली प्रदर्शन, और फूड स्टॉल्स जैसे इंटरएक्टिव कार्यक्रमों के साथ विश्वविद्यालय के नाट्य, नृत्य और संगीत क्लबों द्वारा आकर्षक प्रस्तुतियां भी होंगी। साथ ही, अर्बन हाट की स्वयं सहायता समूह (SHGs) भी अपने अनोखे स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प के साथ भाग लेंगी।

तीन दिवसीय इस आयोजन की तैयारी की जा रही है, और प्रत्येक विद्यार्थी अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह आयोजन खेल कौशल, रचनात्मकता और सांस्कृतिक विविधता का एक अनूठा मिश्रण है। इस आयोजन का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता की भावना पैदा करना, छात्रों के बीच पाठ्येतर गतिविधियों को प्रोत्साहित करना और उनके कौशल को निखारना है।