जयपुर। राजस्थान के जोधपुर पूर्व जिले में थाना महामंदिर क्षेत्र के पावटा रोड निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी के साथ हुई 16 करोड 26 लाख रुपए की साइबर ठगी के मामले में पुलिस और साइबर टीम द्वारा अब तक 11 करोड 3 लाख रुपए रिफंड करवाए गए हैं।
डीजीपी साइबर क्राइम डॉ रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि इस मामले में शेष 3 करोड़ रुपए बरामदगी कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। मामले में 14 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। अनुसंधान के दौरान सामने आया कि ठगी के इस गिरोह द्वारा बड़े स्तर पर करोड़ों रुपए व्यापार की आड़ में देश से बाहर भेजे गए।
उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को उसके व्हाट्सएप पर इस्ला डोमिनिक ने मैसेज भेज अपनी कंपनी का नाम मेटा ऑप्शन बताया। इस्ला ने कंपनी के ब्रोंज, सिल्वर और गोल्ड मेंबरशिप के बारे में जानकारी देते हुए इन्वेस्ट करने पर 20 से 40 प्रतिशत गारंटीड रिटर्न मिलने का झांसा दिया। झांसे में आकर उसने अपने व भाई के खाते से कुल 101 बार में इस्ला के बताएं विभिन्न खातों में कुल 16 करोड़ 26 लाख 21 हजार 387 रुपए ट्रांसफर कर दिए। इस रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
ठगी की इस वारदात में शामिल सन्दिग्ध खाता धारकों, फर्मों के मालिक और आरोपियों की तलाश के लिए 16 राज्यों में दबिश देकर अब तक 14 मुलजिमों को गिरफ्तार किया गया। संदिग्ध ट्रांजैक्शन के आधार पर 100 से अधिक खाते फ्रीज करवा कर उन खातों से अब तक 11.03 करोड रुपए कोर्ट के आदेश पर पीड़ित के खाते में रिफंड करवाए गये, करीब 3 करोड रुपए बरामदगी की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।