जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार को आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए कहा है कि मानगढ़ धाम को एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है जिससे इस क्षेत्र की संस्कृति के प्रचार के साथ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकेंगे।
शर्मा शुक्रवार को बांसवाड़ा स्थित मानगढ़ धाम में आयोजित आदि गौरव सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय का तीर्थस्थल मानगढ़ धाम पूरे भारत में एक ऐतिहासिक धरोहर है। यहां गोविंद गुरू के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़कर साहस और बलिदान की अनुपम मिसाल पेश की। उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति को समृद्ध बनाने में आदिवासियों का विशेष योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां-बाड़ी में कार्यरत शिक्षाकर्मी, महिला सहयोगिनी तथा स्वास्थ्य कर्मियों के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि, आवासीय विद्यालयों सहित राजकीय एवं अनुदानित छात्रावासों में छात्र-छात्राओं के लिए मैस भत्ता 2500 से बढ़ाकर 3000 रुपये करना, टीएसपी फण्ड को 1000 करोड़ से बढ़ाकर 1500 करोड़ रुपए करने सहित विभिन्न निर्णयों से राज्य सरकार आदिवासियों को समृद्ध एवं सशक्त बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार आदि गौरव सम्मान दिए जाने का निर्णय लिया था। जिसके तहत आज जनजाति क्षेत्र के विकास में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों तथा संस्थाओं को सम्मानित किया जा रहा है। इससे आदिवासी समाज के अन्य लोग भी प्रेरणा लेकर क्षेत्र के विकास में और अधिक सक्रिय भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मानगढ़ धूणी क्षेत्र के विकास के लिए पांच करोड़ रुपए की घोषणा की। उन्होंने मानगढ़ धाम में पुलिस चौकी खोलने की भी घोषणा की।
कार्यक्रम में जनजातीय क्षेत्र के विकास में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए विभिन्न व्यक्तियों एवं संस्थाओं को आदि रत्न गौरव सम्मान, आदि सेवा गौरव सम्मान तथा आदि ग्रामोत्थान गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।