84 लाख राम नामांकन पूर्ण करने वाले राम भक्तों का सम्मान

100 अरब हस्तलिखित श्रीरामनाम परिक्रमा महोत्सव का चौथा दिन
अयोध्या जैसा उल्लास अजमेर में, गूंज रहे श्रीराम के जयकारे
अजमेर। हाथों में लाठी, सिर पर पूर्ण सफेदी ले चुके केश, कंंपकंपाते हाथ पर राम नाम लेखन की लगन उम्र को मानो थाम चुकी है। कमोबेश कुछ ऐसा ही नजारा था बुधवार को 84 लाख और इससे भी अधिक राम नामांकन पूर्ण कर सम्मान पाने वाले राम भक्तों का। श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक की ओर सर्वाधिक राम नाम लेखन का संकल्प पूरा कर लेने वाले सदस्यों का प्रमाण पत्र, मैडल प्रदान कर बहुमान किया गया। आजाद पार्क में चल रही 100 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव ऐसी ही देव तुल्य विभूतियों की भक्ति का साक्षात रूप है।


संस्था संस्थापक बालकृष्ण पुरोहित ने बताया कि सम्मान पाने वालों में ​ईश्वर सिंह भाटी, हरी सिंह राठौड, प्रमिला कौशिक, उम्मेदाराम चौधरी, तारादेवी शर्मा, बालकिशन टेलर, भानुप्रताप सिंह, रजनी चौहान, ज्योति राठोड, ब्रहम प्रकाश वर्मा, विष्णुदत्त शर्मा समेत 135 राम भक्त शामिल थे। वयोवृद्ध मोहन प्रकाश माथुर पर रामकृपा ऐसी बरसी कि उन्होंने कई बार 84 लाख राम नाम लेखन कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया। संस्था से जुडे 3500 राम भक्त 84 लाख राम नाम लेखन पूर्ण कर चुके हैं। शाहपुरा जिले के कुडिया खुर्द निवासी वयोवृद्ध मोहनलाल पुरोहित बीते दो दशक से 100 गांवों में राम नाम की रिक्त पुस्तिकाओं का भक्तों में वितरण और उनका संकलन कर रहे हैं। ऐसे सेवाभावी का भी अभिनंदन किया गया।

जो राम का नहीं उन्हें राष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं : योगी धीरजराम

राम के साथ राष्ट्र का चिंतन जरूरी है। राम है तो राष्ट्र है और राष्ट्र है तो राम है। राम भक्त होना और राष्ट्र भक्त होना दोनों ही आवश्यक है। उन्होंने राम मंदिर का विरोध करने वालों के बारे में कहा कि जो राम का नहीं उन्हें राष्ट्र में रहने का अधिकार भी नहीं। यह बात पुष्कर स्थित रामस्नेही संप्रदाय के योगी धीरजराम ने परिक्रमा महोत्सव में सत्संग के दौरान कही।


उन्होंने कहा कि राम नाम वंदनीय और मुक्तिदाता है। भगवान के नाम के दिव्य सूत्रों को जीवन में धारण कर लें तो भी जीव की मुक्ति हो जाती है। हम किसी भी तरह से आराधना करें अंतत: ईश्वर का सान्निध्य प्राप्त करने के अधिकारी बनते है। उन्होंने कहा कि शबरी को भगवान के दर्शन पाने के लिए 100 साल की आयु तक इंतजार करना पडा। हमारी प्रतिक्षा पूर्ण होने में चंद दिन शेष है। 500 साल तक चले लंबे संघर्ष और प्रतिक्षा का सुफल 22 जनवरी को प्राप्त हो रहा है जब हमारे आराध्य श्रीराम बालरूप में भव्य मंदिर में विराजित होंगे।

अयोध्या में सिर्फ श्रीराम मंदिर नहीं बन रहा बल्कि यह रामराज्य और हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का दिन होगा। उन्होंने कहा कि राम काज और राष्ट्र कार्य में तन, मन और तन से जुटने वालों सदगति प्राप्त होगी। गौमाता में सभी देवी देवताओं का वास होता है। इसलिए गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा मिलने का पुण्य कार्य भी जल्द पूर्ण होगा ऐसा विश्वास है। उन्होंने कहा कि सनातनी वहीं है जिसके घर में गीता, गंगाजल और गौमाता है। संत सान्निध्य सत्र का संचालन महेन्द्र कुमार तीर्थानी ने किया।

राम नाम परिक्रमा का चौथा दिन, 22 तक चलेगी

परिक्रमा आयोजन कमेटी के सहसंयोेजक सत्यनारायण भंसाली ने बताया कि आजाद पार्क में चल रही 100 अरब हस्त लिखित श्रीराम नाम महामंत्र परिक्रमा महोत्सव के चौथे दिन अयोध्या नगरी रामभक्तों से अटी रही। सुबह 8 बजे परिक्रमा आरंभ होने के साथ देर रात तक होने वाले धार्मिेक आयोजनों का रामभक्तों ने खूब आनंद उठाया। फाइसागर रोड से परिक्रमा करने को आई माताओं और बहनों ने झंडा चढाया। परिक्रमा 22 जनवरी तक चलेगी। प्रतिदिन सुंदरकांड, संतों का आशीर्वचन, महाआरती, रामोत्सव जैसे धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं।

संगीतमय सुदरकांड में राम नाम की लूट

बुधवार को श्रीरामचरित मानस मंडल की ओर से सुंदरकांड की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। शीला फडके, विजय कुमार अग्रवाल, महेश शर्मा, प्रकाश शर्मा, गोपाल यादव, पप्पू सिंह, द्वारका माथुर, पप्पू भाई ने राम चंद्र कृपालु भज मन सम्पुट के साथ सुंदरकांड पाठ का आरंभ किया तो श्रोताओं ने जय श्रीराम के उदघोष सेे पांडाल गुंजायमान कर दिया। पाठ के बीच में राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट जैसे भजनों की प्रस्तुति सेे श्रोता भावविभोर होे गए। राम नाम बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय प्रमुख रमेश पारीक के साथ सुनीता पारीक, राम शरण सोनी, नाथूलाल खेंडेलवाल, कृष्ण मोहन पारीक ने सुंदरकांड मंडली का स्वागत सत्कार किया।

महाआरती में उमडा जनसमूह, पाया ईश्वर का प्रसाद

महाआरती में रामस्नेही संप्रदाय के योगी धीरजराम, यजमान विमल गर्ग, विष्णुप्रकाश गर्ग, देवेश गुप्ता, हरीश गर्ग, अनिल बाडमेरी, अंतलि गोयल, रमेशचंद अग्रवाल, अतुल गोयल ने लाभ लिया। समिति के पदाधिकारी मनोज जैन मित्तल, ललित शर्मा, विनीत लोहिया, लेखराज सिंह आदि भी उपस्थित रहे। आरती के बाद सभी रामभक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।

रामोत्सव में रामांजलि और नृत्यधारा ने माहौल कर दिया राममय

रामोत्सव में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के कलाकार उमेश चौरासिया, अंजू अग्रवाल, केके शर्मा, मधु खंडेलवाल, प्रदीप गुप्ता ब्रिजेश माथुर, प्रिया सांगवा, दीक्षा शर्मा ने रामांजलि में भारत के जन जन की आशा है सबके अपने राम…, मर्यादा के पाठ प्रभु श्रीराम तुम्ही से पढने हैं…, राम वन को चले अवध को छोडकर…, राम कहां तुम ढूढ रहे हो राम तो घट घट वासी है…, राष्ट्र धर्म के दिव्य यज्ञ में बने स्वयं धृत वहीं राम है… सरीखे भजनों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। इसी तरह नृत्यधारा कार्यक्रम में नृत्यधारा स्कूल आफ डांस के कलाकारों विरेन्द्र सिंह चौहान, अक्षरा, पावनी, तरूणा, विधि सियोना, ईशल, समाएरा, काव्या, नियारा, नैना, भूमिजा, वैदेही, जीविका, अनन्या, सुनीधि, रोशनी आदि ने श्रीराम वंदना…, राम आएंगे तो…, तराना, मेरे घर राम आए हैं…की मनमोहक प्रस्तुति दी।

नृत्यधारा की प्रस्तुति देते स्कूल आफ डांस के कलाकार।

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