श्रीराम नाम परिक्रमा करने वालों का लगा तांता
22 जनवरी की शाम को होगा परिक्रमा का विश्राम
अजमेर। अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा से व्याप्त उल्लास के साथ ही 100 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम महामंत्रों की परिक्रमा के बडे आयोजन के चलते धार्मिक नगरी अजमेर भी राममय हो रखी है। आजाद पार्क में बनाई गई अयोध्या नगरी में रविवार को विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आनंद लेने को रामभक्तों, माता बहनों की भारी भीड उमडी।
आयोजक समिति के संयोजक कंवलप्रकाश किशनानी ने बताया कि इस दौरान सुंदरकाड पाठ, संतों के आशीवर्चन का लाभ रोज की भांति धर्मप्रेमियों ने उठाया। भाजपा के पूर्व मंत्री व प्रदेशाध्यक्ष रहे अरुण चतुर्वेदी ने भी परिक्रमा का लाभ लिया। तिब्बति ल्हासा मार्केट के अध्यक्ष छो छुग्याल तिब्बतियों के समूह के साथ पहुंचे तथा पूजा अर्चना कर भारत माता और राम के जयकारे लगाए।
राम के नाम पर एकजुटता देख विरोधी अचंभित : तुलसीनारायण
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जयपुर से आए वरिष्ठ प्रचारक तुलसी नारायण ने कहा कि राम के नाम पर समस्त जातियां और पंथ एक हो गए हैं। हर गांव और नगर राममय हो रखा है। उन्होंने बताया कि अयोध्या की ओर पैदल जा रहे राम भक्तों को मार्ग में लोग पूज रहे हैं। अयोध्या में देश ही नहीं विश्वभर से सनातन में विश्वास रखने वाले एकत्र हो रहे हैं। यह राम की ताकत है।
उन्होंने कहा कि बीते 500 साल तक लंबा संघर्ष चला, हमारे पूर्वजों का बलिदान हुआ। राम के अस्तित्व को नकारने और कुर्तक करने वालों ने कोर्ट में श्रीराम मंदिर नहीं बनने देने के लिए जोर लगा दिया। आखिर सत्य और सनातन की जीत हुई। जो ये कहते थे कि मंदिर बन जाने से क्या होगा उन्हें अब देखना चाहिए कि अकले राम के नाम पर धर्म, व्यापार के रास्ते खुल गए हैं। होटल, ट्यूरिज्म के साथ थडी पर सामान बेचने वालों तक के यहां राम के नाम पर रखे सामान की बिक्री हो रही है। भारत को जातियों, समाज व धर्म के नाम पर बंटा हुआ देश कहने वालों की बोलती बंद हो गई है। राम के नाम पर एकजुटता देख ऐसे लोग अचंभित है। मंच संचालन महेन्द्र तीर्थानी ने किया।
सुंदरकाड पाठ संग बही भजन सरिता
दोपहर 2 बजे से आदर्श संकीर्तन मंडल ने संगीतमय सुंदरकांड की मनमोहक प्रस्तुति दी। मंडल के सदस्य अनिल दीक्षित, संजीव सिंह गंगवार, देवदत्त मिश्रा, राजकुमार मिश्रा, धीरज उदगालिया, दिनेश सेन, सुरेन्द्र शर्मा, सूर्य प्रकाश ने बीच बीच में भजनों के जरिए आनंद बढाया।
महाआरती में 101 दीपों की जगमग
समन्वय समिति के पदाधिकारी महेन्द्र जैन मित्तल ने बताया कि शाम बजे पुष्कर के पंडित रविकांत शर्मा ने महाआरती कराई। यजमान गिरधारी मंगल, प्रवीण जैन, रामगोपाल प्रेमप्रकाश, जैतावरण वाले राजेन्द्र कुमार वर्मा, समिति के पदाधिकारी व गणमान्यजन शामिल रहे। सिंधी लेडीज क्लब ने महाआरती में 101 दीप प्रज्ज्वलित कर श्रीराम से आशीर्वाद लिया तथा सभी के लिए सुख शांति की प्रार्थना की।
रामोत्सव में कथक नृत्यों ने मन मोहा
समिति के सह संयोजक सत्यनारायण भंसाली ने बताया कि रामोत्सव में राम नृत्यांजलि में नृत्यांगन कथक कला केन्द्र की बाल कलाकारों ने भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत नृत्यों से भगवान का गुणगान किया। रीता व नव्या ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का आरंभ किया। शिविका, नव्या, पावी, विनी लावण्या ने ओम नम: शिवाय, इश्किा, कविशा, काव्या, नंदिनी, निरंजना, मिराया, तनवी, पदमजा, यशस्वी ने अच्युत केशवं कृष्ण दामोदरम, नवीन पदमजा, आकृति ने नमामि शमीशान निर्वाणरूपं, चित्रांशी, मीत, अनाया, दिशा ने होरी, रीति, दीपाशा, मुस्मान, उर्मिला ने मोहे पनघट पर नंदलाल की कथक पर भावपूर्ण प्रस्तुति दी। रामस्तुति, मधुबन में राधिका नाची रे और सरगम ने खूब दाद हासिल की।
सिंधी लेडीज क्लब ने कराया अयोध्या दर्शन
सिंधी लेडीज क्लब अध्यक्ष दिशा किशनानी के नेतृत्व में सदस्यों ने श्रीराम राज्याभिषेक के नजारे की झांकी को लघु नाटिका के रूप में पेश किया। इसमें मानसी भगतानी ने श्रीराम, साक्षी हस्सनी सीता मां, दिव्या भाटिया ने लक्ष्मण, ऋतु मोतीरमानी हनुमानजी और कोमल लालवानी ने आदिशक्ति मां दुर्गा बनकर सबका मन मोह लिया। कमला चंचलानी और कुसुम आर्य ने भगवान श्रीराम के जीवन के भावविभोर कर देने वाले प्रसंग सुनाए। जिनका अनुसरण कर हम न केवल सफलता पाते हैं बल्कि बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं। निर्मला लाख्यानी और मीना दतवानी ने रामायण की चौपाइयां गाकर सभी को रामरस में डुबो दिया। इससे पहले भारती बेलानी, मानसी थारवानी, रागिनी खत्री ने स्वागत नृत्य की प्रस्तुति के दौरान खूब वाहवाही लूटी। रामभजनों पर सामूहिक नृत्य के जरिए क्लब की सदस्यों ने धूम मचा दी।
परिक्रमा में सेवाभावी रामसेवकों का सम्मान
शाम के सत्र में परिक्रमा आयोजन में सहयोगी संस्थाओं व सेवा देने वाले रामभक्तों का सम्मान किया गया। समिति की ओर से इस पुनीत कार्य में रामसेवक की तरह लगे रहने वाले कैलाश सिंह भाटी, मुकेश सोनी, राकेश वर्मा, दुर्गा प्रसाद शर्मा, रामस्वरूप कुडी, महेन्द्र तीर्थाणी, हिमांशी सिंह, केशव नाथ, कमल साउंड वालों, मनीष नाहर, अमर सिंह पंवार, श्याम बिहारी, मोहन खण्डेलवाल, शैलेन्द्र, लक्ष्मण, हनुमान, हरी चन्दनानी, प्रेम केवलरमानी, लाल चन्द, मदन खण्डेलवाल, विक्रम खण्डेलवाल, सुनील दगदी, सोहनलाल बारूपावाल, विनीत लोहिया, केके शर्मा, विष्णु अवतार, अमित कुमार शर्मा, सुभाष शर्मा, अशोक जोशी, गौरव खण्डेलवाल, मुकेश डीडवानिया, विनीत जैन, अभिलाषा यादव, भारती श्रीवास्तव, अलका गौड का शॉल ओढाकर अभिनंदन किया।
22 जनवरी को परिक्रमा स्थल पर अयोध्या से लाइव प्रसारण
समिति के सह संयोजक उमेश गर्ग ने बताया कि सुबह 8 बजे से 10 बजे तक श्रीराम राज्य मंडल की ओर से सुंदरकांड की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद 10 बजे से 1 बजे तक परिक्रमा स्थल पर लगाई गई एलईडी के जरिए अयोध्या से श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण होगा। दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक राम बनो प्रतियोगिता रहेगी। रामोत्सव में राम संकिर्तन 3 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। शाम छह बजे महाआरती होगी। इसमें यजमान राकेश डीडवानिया, अरुणा गुप्ता, गौरांग किशनानी, रवि मुरजानी होंगे।
राम नाम धन संग्रह बैंक से जुडकर राम कृपा पाएं
100 अरब हस्तलिखित श्रीराम नाम संकलन श्रीराम नाम धन संग्रह बैंक का करीब 43 साल पहले शुरू किया गया प्रयास है। इस बैंक का मुख्यालय अजमेर ही है। बैंक के संस्थापक बालकृष्ण पुरोहित बताते हैं कि पुलिस लाइन स्थित श्रीराम परायण मंडल के मंच पर राम नाम नामांकन करने और कराने का श्रीगणेश हुआ था। रामभक्तों की आस्था और विश्वास ने उन्हें रामधन से मालामाल कर दिया। संकल्प लेकर राम नाम नामांकन करने वाले राम भक्तों को बाकायदा पास बुक प्रदान की जाती है जिसमें उनके द्वारा लिखे गए राम नाम की संख्या दर्ज की जाती है। बैंक कार्यालय में भी हर खाताधारी का हिसाब किताब सहेज कर रखा जाता है। अधिक जानकारी और बैंक के सदस्य बनने के लिए फोन नंबबर 9414002930 व 9414002931, 8955074141 पर संपर्क किया जा सकता है। वर्तमान में बैंक का कार्यालय जवाहरनगर पुलिस लाइन के पास स्थित है।
परिक्रमा आयोजन में इन संस्थाओं का अहम योगदान
परिक्रमा आयोजन में प्रमुख रूप से नगर निगम अजमेर, श्रीमानस मंगल सेवा न्यास, केशव माधव परमार्थ मंडल, सेवा भारती, लायन्स क्लब, भारत विकास परिषद, तुलसी जयंती समारोह समिति, दुर्गा वाहिनी, सांई बाबा मंदिर, मानस मंडल का सहयोग प्राप्त हो रहा है।