अजमेर। हिंदू साहित्य की सबसे महान कृतियों में से एक रामचरित मानस (बाल कांड) प्रथम भाग के हिन्दी में संगीतमय रूपांतरण की सोमवार को ज्ञान विहार कालोनी स्थित केशव टावर में संचालित संगीत साधना स्थल में धूमधाम से यूट्यूब पर लॉन्चिंग की गई। देेश में पहली बार रामचरितमानस के हिन्दी में रूपांतरण का सफल प्रयास अजमेर के मोहनलाल खंडेलवाल ने किया है।
अनुवादक खंडेलवाल ने बताया कि इससे पहले वे सुंदरकांड को सफलतापूर्वक हिन्दी काव्यरूप में प्रस्तुत कर चुके हैं। जो यूट्यूब पर पर बीते साल 3 फरवरी को लॉन्च किया गया था। इसके बाद 30 जनवरी 2025 तक श्रीमद् भागवत गीता के 18 अध्यायों को क्रमश: पूरे कर यूट्यूब चैनल धर्म कर्म पर प्रसारित किए गए।
सुंदरकांड के ठीक एक साल बाद रामचरितमानस (बाल कांड) प्रथम भाग की यूट्यूब पर लॉचिंग की गई है। संपूर्ण रामचरितमानस का संगीतमय हिन्दी काव्यरूप लगभग 80 एपिसोड के माध्यम से करीब डेढ से दो वर्ष में पूर्ण होगा। इस कार्य को करने में उन्हें राम गोपाल वर्मा का पूरा सहयोग मिल रहा है।
रामचरितमानस के संगीतमय हिन्दी काव्यरूप की लॉंचिंग के अवसर पर सनातन अभियन के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद मित्तल ने इस मौके पर कहा कि घर घर सनातन अभियान के अंतर्गत हमारे धर्म ग्रंथों में क्या लिखा गया है, वह सामान्य से सामान्य व्यक्ति को भी समझ में आए ऐसा प्रयत्न किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अजमेर महानगर संघचालक खाजूलाल चौहान ने कहा कि रामचरितमानस की चौपाइयों और दोहों को वे लोग भी गुनगुनाते मिल जाएंगे, जो लिखना-पढ़ना नहीं जानते। इसकी चौपाइयों व दोहों को हिन्दी भाषा की माधुर्यता व गेयता के साथ जन जन तक पहुंचाने में हिन्दी वर्जन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चौहान ने कहा कि जब मोहनलाल खंडेलवाल ने हिंदी में सुंदरकांड की रचना की थी तो सबसे पहले मेरे ही निवास पर सुंदरकांड का आयोजन किया गया। मैं उसे सुनकर भाव विभोर हो गया। मैंने और मेरे परिवार ने पहली बार समझा की सुंदरकांड का अर्थ क्या है, इसमें क्या-क्या प्रसंग हैं। अब गीता के 18 अध्याय के करने के बाद संपूर्ण रामचरितमानस को हिंदी में संगीत बद्द करने का कार्य भी सफल होगा ऐसी मंगल कामना है।
समाजसेवी सुनील दत्त जैन ने कहा कि आने वाले समय में रामचरितमानस का हिन्दी रूपांतरण को याद किया जाएगा और तुलसीदास जी की तरह यह भी एक मील का पत्थर साबित होगा। बालकांड पूर्ण हो चुका है और शीघ्र ही पूरी रामचरितमानस को काव्य रूप में प्रसारित करने का बीड़ा उठाया है। निसंदेह यह कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। जैन ने इसमें तन मन धन से सहयोग का भरोसा दिलाते हुए आने वाले चार एपिसोड का खर्च उठाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है मोहनलाल खंडेलवाल के हृदय में सरस्वती विराजमान है। वही इस कार्य को कर रही है।
अजमेर वैश्य समाज के अध्यक्ष रमेश तापड़िया ने भी इस कार्य की सराहना की साथ ही आज के वातावरण में घर-घर सनातन अभियान को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने आगामी दो एपिसोड का खर्च उठाने का का जिम्मा लिया। इस अवसर पर अजीत अग्रवाल, अमित जैन, राजेंद्र मित्तल, श्याम शर्मा, रजनीश रोहिल्ला, वरिष्ठ पत्रकार एसपी मित्तल, प्रदीप शर्मा समेत गणमान्यजन उपस्थित थे।
सुंदरकांड के हिन्दी काव्य रूपांतरण का वीडियो संस्करण यूट्यूब पर लॉन्च