भोपाल/रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के एक वायरल वीडियो को लेकर जिला पुलिस द्वारा कार्रवाई के बीच इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।
वायरल वीडियो में एक युवक कुछ बच्चों के साथ मारपीट करते हुए उनसे जबर्दस्ती जय श्री राम के नारे लगवाते हुए सुनाई दे रहा है। इस वीडियो के कल सामने आने के बाद रतलाम पुलिस ने इनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जानकारी देते हुए एक्स पर पोस्ट में बताया कि आरोपी के खिलाफ रतलाम जिले की माणकचौक पुलिस द्वारा धारा 296, 115(2), 126(2), 351(2), 196 और 3 (5) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर वैधानिक कार्यवाही की गई है।
हालांकि अब इस मामले को लेकर राजनीति खासी तेज हो गई है। कांग्रेस की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत द्वारा आज इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए कहा गया कि बच्चों के मुंह पर चप्पल मार-मार कर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का नाम बुलवाने वाले धर्म के इस स्वयंभू ठेकेदार की जगह जेल में है। मामला मध्य प्रदेश के रतलाम का है। यह हिंसक लुच्चे लफ़ंगे हिंदू नहीं बल्कि हिंदू धर्म पर धब्बा हैं।
इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि राज्य की डॉ मोहन यादव सरकार में ये वीडियो संज्ञान में आते ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई है। साथ ही उन्होंने श्रीनेत को निशाने पर लेते हुए कहा कि अच्छा होता मुंबई की एक घटना में एक बच्चे से जबरन अल्लाह हो अकबर बुलवाने वाले शख़्स पर भी कार्यवाही को लेकर आपका इसी तरह का ट्वीट आता…? हिंदू बच्चे को तो आप लुच्चा, लफ़ंगा , हिंदू धर्म पर धब्बा लिख रहे हो , जरा एक वर्ग विशेष के इस तरह का अपराध करने वाले लोगों के लिए भी कभी ऐसी ही भाषा लिखकर बताइये….? सर तन से जुदा की धमकी मिल जाती….।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हाल ही में घटित कई घटनाओं में एक वर्ग विशेष के लोगों के नाम सामने आए है, लेकिन उन लोगों के लिए किसी का एक भी ट्वीट भी नहीं दिखा।
इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमिन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी आज अपनी एक्स पोस्ट में बिना किसी का संदर्भ दिए कहा कि दो नाबालिग लड़के जो तीन मुसलमान बच्चों को पीट रहे थे और उनसे जय श्री राम के नारे लगवा रहे थे, उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। ये कैसा समाज है जिसके लोग अपने भगवान की भक्ति खुद नहीं करते, बल्कि गैर-मजहब के लोगों को मार-पीट कर उनसे नारे लगवाते हैं। इन लड़कों का सामाजिक माहौल और उनकी परवरिश कैसी हो रही है कि ये अब से ही लिंचिंग में कोर्स कर चुके हैं।