पुष्कर। रावत महासभा के तीर्थराज पुष्कर में आयोजित ऐतिहासिक आयोजन में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत को रावत समाज के सर्वोच्च सम्मान ‘रावत रत्न’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके राजनीतिक कार्यों के साथ-साथ समाज सेवा में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया।
पुष्कर रावत सभा मंदिर में आयोजित सम्मान समारोह में रावत सरदारों और समाज के महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों की उपस्थिति में रावत महासभा पुष्कर की कार्यकारिणी, सर्कल अध्यक्ष, जनप्रतिनिधि और विशाल जन समूह ने एक स्वर में सुरेश सिंह रावत के द्वारा कराए जा रहे कार्यों की सराहना की।
समारोह में देवी सिंह रावत (प्रदेश अध्यक्ष) ने रावत रत्न की उपाधि सुरेश सिंह रावत को प्रदान की। मंत्री सुरेश सिंह रावत को यह सम्मान समाज के कल्याण के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के लिए दिया, जिनमें रावत मंदिर के पट्टे को लेकर लंबित प्रकरण को शीघ्र सुलझाना और रावत महासभा पुष्कर की भूमि के लिए त्वरित कदम उठाना शामिल है। रावत रत्न के अलावा इस अवसर पर 700 से अधिक प्रतिभावान छात्रों, सरपंचों, पंचायत समिति सदस्यों और समाज के अन्य उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने इस सम्मान के लिए समाज का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के विकास के लिए मैं हमेशा तत्पर हूं। शिक्षा को बढ़ावा देना, कुरीतियों से दूर रहना और युवाओं को आगे बढ़ने का आह्वान करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने रावत समाज को अतिरिक्त भूमि के आवंटन की घोषणा भी की, ताकि समाज के प्रत्येक सदस्य को और बेहतर सुविधाएं मिल सकें, साथ मंत्री रावत ने कहा कि हम एक है तो ही समाज नई-नई ऊंचाइयां को छू पाएगा।
कार्यक्रम में रावत महासभा के कई महत्वपूर्ण नेता कुंदन सिंह रावत (प्रदेश महामंत्री), नारायण सिंह रावत (प्रदेश कोषाध्यक्ष), प्रभु सिंह रावत (प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री), श्रवण सिंह रावत (प्रदेश संयोजक व जिला परिषद सदस्य), ज्ञान सिंह रावत (प्रदेश संरक्षक), मोहन सिंह रावत (प्रदेश संरक्षक), विक्रांत सिंह रावत (नवयुवक मंडल प्रदेश अध्यक्ष), कमल पाठक (पुष्कर नगर परिषद सभापति), प्रधान सीमा रावत और पुष्कर की समस्त कार्यकारिणी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।