रिलायंस ने 1.7 लाख नई नौकरियां दीं, समूह में कुल 6.5 लाख कर्मचारी

मुंबई। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी में नौकरियों में कटौती की खबरों को गुरुवार को भ्रामक बताते हुए खारिज किया और कहा कि कंपनी ने रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तव में लाखों की संख्या में नयी नौकरियां दी हैं जिनमें नियुक्ति के नए मॉडल चुनने वाले कर्मचारी भी हैं।

अंबानी ने रिलायंस की 47वीं वार्षिक महासभा (एजीएम) में शेयरधारकों को बताया कि रिलायंस ने कुल 1.7 लाख नई नौकरियां दी हैं और समूह में कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर अब 6.5 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दुनिया भर में आज कर्मचारी नौकरियों के मॉडल अपना रहे हैं और रिलांस समूह में इस तरह का बदलाव हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कर्मचारियों की संख्या में कमी दिखाई दी थी। इस कमी पर अंबानी ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या में गिरावट की वजह कर्मचारियों द्वारा नौकरी के एक अलग मॉडल चुनाव था न कि उनका निकाला जाना।

अंबानी ने कहा कि रोजगार सृजन की प्रकृति वैश्विक स्तर पर बदल रही है, जिसका मुख्य कारण तकनीकी हस्तक्षेप और लचीले व्यापार मॉडल हैं। इसलिए, सिर्फ़ पारंपरिक प्रत्यक्ष रोज़गार मॉडल के बजाय, रिलायंस नए प्रोत्साहन-आधारित जुड़ाव मॉडल को अपना रहा है। इससे कर्मचारियों को बेहतर कमाई करने में मदद मिलती है और उनमें उद्यम की भावना पैदा होती है। यही कारण है कि प्रत्यक्ष रोज़गार संख्या वार्षिक आंकड़ों में थोड़ी गिरावट दिखी है, हालांकि रिलायंस द्वारा सृजित कुल रोज़गार में वृद्धि हुई है।

उन्होंने भारत के युवाओं के लिए रोजगार सृजन को सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता का दर्जा दिया। उन्होंने बताया कि कई एजेंसियों द्वारा रिलायंस को भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता के रूप में स्थान दिया गया है। रिलायंस भारत में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।