अजमेर। राजस्थान में अजमेर की क्लाक टावर पुलिस ने लोकसेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी परीक्षा-2018 की प्रतीक्षा सूची में वीआईपी कोटे से चयन करवाने के नाम पर लगभग 38,87,000 रुपए की ठगी करने के आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक वंदना राणा ने बताया कि पीड़िता सुनीता कुडिया की ओर से उसके भाई नरेंद्र पाल कुड़िया ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि बहन सुनीता भोंपा का बाड़ा न्यू मार्डन सीसै स्कूल में अध्यापन का काम किया करती है।
यही पर आरोपी भानूप्रताप सिंह भी अध्यापन का काम करता था। दोनों की पहचान हुई, उसी दौरान आरोपी ने पीड़िता को झांसे में लेकर तथा आरपीएससी में अच्छी पहचान का हवाला देकर उसे विश्वास में ले लिया और द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा -2018 की प्रतीक्षा सूची वीआईपी कोटे में चयन का भरोसा दिलाकर धोखाधड़ी पूर्वक पैसे ऐंठ लिए।
पुलिस के पास प्राप्त शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए सहायक निरीक्षक रामबाबू शर्मा को अनुसंधान अधिकारी नियुक्त किया गया। पुलिस ने जब अजमेर में उसके रहने वाले स्थान पर जानकारी जुटाई तो वह भाग निकला। बाद में उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश के एटा में होनी पाई गई।
अनुसंधान अधिकारी रामबाबू शर्मा ने मय दलबल के ठगी के आरोपी भानूप्रताप सिंह निवासी ग्राम गहला तहसील जलेसर थाना सकरोली, जिला एटा उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी वर्ष 2018 से ही सट्टा खेलने का आदी है, जिसमें उसने ठगी की रकम पूरी खर्च कर दी और उत्तरप्रदेश के अपने गांव में भी ट्यूशन के जरिये जीवनयापन कर रहा था। पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ में जुटी है।