जयपुर। राजस्थान में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने हत्या, अवैध मादक पदार्थ की तस्करी, पुलिस, आमजन पर फायरिंग के मामलों में वांछित एक लाख रुपए के इनामी एक गैंगस्टर को पकड़ने में सफलता हासिल की हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एजीटीएफ एवं अपराध) दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ द्वारा प्रदेश में गैंगस्टरों के विरुद्ध लगातार की जा रही कार्रवाई के तहत शनिवार को एक लाख रुपए के इनामी गैंगस्टर सुमित मांजू निवासी खिदरत थाना बाप जिला फलौदी को चित्तौड़गढ़ जिले में सांवलिया सेठ मंदिर से पकड़ने में सफलता मिली।
एमएन ने बताया कि शातिर गैंगस्टर सुमित के विरुद्ध थाना मंडौर जोधपुर पूर्व, डागियावास जोधपुर, सेन्दडा जिला ब्यावर, शिवपुरा एवं रायपुर जिला पाली में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, आर्म्स एक्ट, पुलिस कर्मियों व आमजन पर फायरिंग कर जानलेवा हमला एवं हत्या के छह आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें से चार में यह वांछित है।
उन्होंने बताया कि गंभीर आपराधिक मामलों में दो साल से फरार चल रहे मोस्ट वान्टेड गैंगस्टर सुमित मांजू की गिरफ्तारी के लिए गत वर्ष अगस्त में पुलिस मुख्यालय से एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी। इसके एक साथी हनुमान टूटा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। यह बदमाश मादक पदार्थों की तस्करी में काफी सालों से लिप्त था और मेवाड़ से डोडा चूरा एवं अफीम लाकर मारवाड़ क्षेत्र में आपूर्ति करता था।
उन्होंने बताया कि बदमाश सुमित ब्यावर जिले के थाना सेन्दड़ा व पाली के शिवपुरा में साल 2022 और 2023 में पुलिस नाकाबंदी तोड़कर भागने के दौरान पीछा करने पर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर फरार हो गया था। साल 2022 में पाली जिले के रायपुर थाना इलाके में दो बार आम लोगों द्वारा मादक पदार्थ से भरी गाड़ी पकड़ने एवं पुलिस को सूचना देने पर आरोपी फायरिंग कर फरार हो गया और फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।